भारत मोबिलिटी ग्लोबल एक्सपो 2025 दुनिया का सबसे बड़ा ऑटो एक्सपो बना। मंडपम में मोबिलिटी ग्लोबल एक्सपो की लांचिंग संपन्न हुई| यहां 17 जनवरी से लगभग 6 दिनों तक चले कार्यक्रम में करीब 9 लाख दर्शक पहुंचे। बता दें कि इस शो में दर्शकों की यह संख्या अमेरिका में आयोजित होने वाले डेट्रॉयट ऑटो शो से ज्यादा रही। इस दौरान 90 वाहनों की लॉन्चिंग हुई। वही, ग्रेनो के नॉलेज पार्क स्थित इंडिया एक्सपो सेंटर एंड मार्ट और यशोभूमि में द कंपोनेंट्स शो में भी काफी संख्या में लोग पहुंचे। यह दोनों आयोजन ऑटो एक्सपो के ही अभिन्न भाग रहे।
इस आयोजन में जर्मनी, जापान सहित पांच विकसित देशों की भागीदारी रही। इसके अलावा चार अन्य देश भी शामिल हुए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के विजन के तहत इस बार ऑटो एक्सपो में मोबिलिटी से जुड़े हर क्षेत्र को मौका दिया गया। इसमें लग्जरी कार, बाइक, साइकिल के अलावा दूसरे वाहन भी लाए गए। साथ ही इन वाहनों में इस्तेमाल होने वाले उपकरण, टायर, स्टील सहित दूसरे जरूरी सामानों को भी प्रदर्शित किया गया।
केंद्रीय वाणिज्य विभाग के अतिरिक्त सचिव राजेश अग्रवाल ने बताया कि इस साल ऑटो एक्सपो में मंगलवार तक आठ लाख लोग पहुंचे। वहीं बुधवार को करीब 90 हजार लोग आए हैं। जबकि पिछली बार यह आंकड़ा करीब डेढ़ लाख के करीब रहा। यह दुनिया का सबसे बड़ा ऑटो एक्सपो रहा है।
बता दें कि इस बार एक्सपो में 36 साइकिल कंपनी आई। जबकि पिछले बार इनकी संख्या 22 थी। हॉल नंबर 14 में लगे इस प्रदर्शनी में ज्यादातर साइकिलें रोजाना इस्तेमाल वाली रहीं। इसके अलावा सामान उठाने वाली साइकिल भी मौजूद रहीं। इनकी कीमत 25 हजार से शुरू होकर 70 हजार रुपये तक रही।
आयोजकों ने बताया कि एक्सपो में भविष्य को ध्यान में रखकर सभी कंपनियों ने इथेनॉल आधारित दोपहिया वाहनों को प्रस्तुत किया है। मौजूदा समय में ई-20 ऑयल उपलब्ध हैं। जैसे ही देश में इथेनॉल की उपलब्धता बढ़ जाएगी। कंपनियां बाइक भी उपलब्ध करवा देगी। उम्मीद है कि आने वाले दिनों में इसकी उपलब्धता तेजी से बढ़ेगी। मजे की बात यह थी कि एक्सपो में बड़ी संख्या में इथेनॉल आधारित भविष्य की बाइक को दिखाया गया। यह 80 प्रतिशत एथेनॉल पर और 20 फीसदी पेट्रोल पर चल सकेगी।
देश में तेजी से ई-वाहनों की मांग बढ़ रही है। साथ ही इन वाहनों पर विश्वास भी बढ़ा है। संयुक्त सचिव विमल आनंद का कहना है कि पिछले कुछ सालों में इसमें काफी सुधार हुआ है। बैटरी की गुणवत्ता सुधरी है। इसके आकार को छोटा व सुलभ बनाया जा रहा है।
छह दिनों तक चले इस एक्सपो में ई-वाहनों का जोर दिखा। हर कंपनी ने ई-वाहनों को लांच किया। आयोजकों का कहना है कि देश में ई-वाहनों की मांग बढ़ रही है। इसे देखते हुए कंपनियां भी नई तकनीक, गुणवत्ता सहित दूसरे स्तर पर काम कर रही है। इस बार ई-वाहनों को लेकर कई स्तर पर काम किया गया।
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