अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने संकेत दिया है कि भारत और अमेरिका के बीच व्यापार समझौता जल्द ही हो सकता है, जिसमें टैरिफ दरों में भारी कटौती की संभावना है। एयर-फोर्स वन पर पत्रकारों से बातचीत में ट्रंप ने कहा कि भारत अमेरिकी कंपनियों को अपने बाजार में अधिक पहुंच देने को तैयार है, जिससे दोनों देशों के बीच गतिरोध समाप्त हो सकता है।
ट्रंप ने कहा, “मुझे लगता है कि भारत के साथ समझौता होगा। और यह एक अलग तरह का समझौता होगा। ऐसा समझौता जिसमें हम जाकर प्रतिस्पर्धा कर सकें। अभी भारत किसी को स्वीकार नहीं करता। लेकिन मुझे लगता है कि भारत अब तैयार है और अगर ऐसा हुआ, तो बहुत ही कम टैरिफ के साथ एक सौदा होगा।”
#WATCH | On trade deals with India, US President Donald Trump says, "I think we are going to have a deal with India. And that is going to be a different kind of a deal. It is going to be a deal where we are able to go in and compete. Right now, India does not accept anybody in. I… pic.twitter.com/6c199NGm8B
— ANI (@ANI) July 1, 2025
गौरतलब है कि 2 अप्रैल को ट्रंप ने भारत पर 26% टैरिफ़ लगाने की चेतावनी दी थी, लेकिन फिलहाल इसे 90 दिनों के लिए स्थगित कर दिया गया है। फिलहाल 10% का बेसलाइन शुल्क लागू है, लेकिन अगर वार्ता विफल होती है तो यह 27% तक बढ़ सकता है। अमेरिका इससे पहले ही 13 से अधिक देशों के साथ बातचीत कर रहा है ताकि इस टैरिफ़ बढ़ोतरी से बचा जा सके।
हालांकि, कृषि क्षेत्र को लेकर दोनों देशों के बीच वार्ता में गतिरोध बना हुआ है। भारत का डेयरी सेक्टर, जो लगभग 8 करोड़ लोगों की आजीविका से जुड़ा है, अमेरिका की प्रमुख मांगों में से एक है। इस पर एक वरिष्ठ भारतीय अधिकारी ने कहा, “डेयरी पर किसी भी प्रकार की रियायत देने का सवाल ही नहीं उठता। यह हमारी रेड लाइन है।”
समाचार एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार, भारत के विशेष सचिव राजेश अग्रवाल की अगुआई में एक प्रतिनिधिमंडल पिछले सप्ताह वॉशिंगटन पहुंचा था। समझौते को अंतिम रूप देने के लिए उन्होंने अपने प्रवास को एक दिन के लिए और बढ़ा दिया है।
अमेरिकी ट्रेजरी सेक्रेटरी स्कॉट बेसेन्ट ने फॉक्स न्यूज़ को बताया कि वार्ता सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ रही है। उन्होंने कहा, “हम भारत के साथ बहुत नजदीक हैं। यह समझौता अमेरिकी आयातों पर टैरिफ कम करेगा और भारत को आने वाले टैरिफ बढ़ोतरी से बचा सकता है।” भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने न्यूयॉर्क में एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि यह वार्ता काफी जटिल स्थिति में है लेकिन प्रगति की उम्मीद है।
“हम एक जटिल व्यापार वार्ता के बीच में हैं — और उम्मीद करता हूँ कि मध्य से आगे निकल चुके हैं। मेरा आशा है कि हम इसे सफलतापूर्वक पूरा करें। लेकिन मैं इसकी गारंटी नहीं दे सकता क्योंकि यह द्विपक्षीय प्रक्रिया है। इसमें देना और लेना दोनों शामिल होगा,” जयशंकर ने कहा। जयशंकर इस दौरान क्वॉड देशों की बैठक में भाग लेने अमेरिका गए थे।
अब जब समझौते के लिए समय तेजी से समाप्त हो रहा है और 9 जुलाई को टैरिफ ब्रेक खत्म होने वाला है, दोनों देशों के कूटनीतिक प्रयासों में तेजी देखी जा रही है। अगर दोनों पक्ष सहमति बना लेते हैं, तो यह व्यापार संबंधों में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हो सकता है, अन्यथा उच्च टैरिफ दरों से द्विपक्षीय व्यापार पर गहरा असर पड़ सकता है।
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