गलवान घाटी के पास तैनात भारतीय सेना के जवान देश की रक्षा करने के साथ-साथ खेलों में भी पूरे जोश के साथ हिस्सा ले रहे हैं। दरअसल गलवान घाटी के पास भारतीय सेना के जवानों ने शुक्रवार, 3 मार्च को क्रिकेट मैच खेला। यह वही जगह है जहां साल 2020 में भारत-चीन की सेनाओं के बीच झड़प हुई थी। क्रिकेट के अलावा सेना पैंगोंग झील के बर्फीले पानी में घुड़सवारी का मजा भी ले रहे हैं। इसके अलावा सेना ने वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर एक हाफ मैराथन भी आयोजित की। सेना का इरादा इन खेलों के सहारे जवानों को फिट और चुस्त-दुरुस्त रखना है।
भारतीय सेना ने जवानों की तस्वीर पोस्ट कर यह तो बताया कि गलवान घाटी के पास किक्रेट खेला गया, लेकिन किस जगह मैच खैला इसकी जानकारी नहीं दी। मगर कहा जा रहा है कि वह जगह उस जगह से महज 5 किलोमीटर से कम दूर हो सकती है, जहां जून 2020 में दोनों सेनाओं के सैनिकों के बीच एक खूनी झड़प हुई थी।
इसी परिपेक्ष्य में भारतीय सेना ने ट्वीट कर कहा, ”त्रिशूल डिवीजन के पटियाला ब्रिगेड ने गलवानी घाटी के पास क्रिकेट टूर्नामेंट की प्रतिय़ोगता रखी थी।” यह ऐसे समय हो रहा है जब जी-20 के सदस्य देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक के इतर एस जयशंकर ने चीन के विदेश मंत्री किन गांग से गुरुवार, 2 मार्च को मुलाकात की थी।
गौरतलब है कि 15 जून, 2020 को लद्दाख की गलवान घाटी में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई थी। 15 जून की रात चीनी सैनिकों के एक बड़े समूह ने भारतीय सैनिकों पर डंडों, कील-जड़ी लाठियों और छड़ों से हमला किया था। दोनों पक्षों की ओर से कोई गोली नहीं चलाई गई। लेकिन मारपीट के लिए लाठी डंडों और दूसरे धारदार सामानों का इस्तेमाल किया गया था। इस झड़प में भारतीय सेना के 20 जवान शहीद हो गए थे। इस घातक झड़प के दौरान कई चीनी सैनिक भी मारे गए।
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