भारत आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है। भारत गुलामी की हर निशानी को मिटाने के अभियान में लगातार आगे बढ़ रहा है। इस बार गणतंत्र दिवस पर बहुत कुछ नया देखने को मिल सकता है। राजपथ जो अब कर्तव्य पथ हो चुका है,पर निकलने वाली झांकियां इतिहास रच सकती हैं। इस बार 26 जनवरी को आत्मनिर्भर भारत की झलक देखने को मिल सकती है। इसके अलावा भारत में बने रक्षा उपकरणों का भी नुमाइश किया जाएगा।
बताया जा रहा है कि झांकियों में सेना की ओर से एक से बढ़कर एक हथियार और शास्त्र प्रणालियों का प्रदर्शन किया जाएगा। इस बार गणतंत्र दिवस पर राष्ट्रीय ध्वज को ब्रिटिश तोपों के बजाय भारतीय तोपों से सलामी दी जाएगी। कुल मिलकर कहा जा सकता है कि इस गणतंत्र दिवस पर भारत अपना दमखम दिखायेगा। सबसे बड़ी बात यह है कि इस झांकियों में सभी हथियार शास्त्र आदि भारत निर्मित होंगे।
बात दें कि इस गणतंत्र दिवस पर मेक इन इंडिया के तहत 25 पाउडर बंदूकों वाली पुरानी तोपों के बजाय 105 एमएम इंडियन फील्ड गैन से राष्ट्रीय ध्वज को 21 तोपों से सलामी दी जाएगी। बताया जा रहा है कि गणतंत्र दिवस के अवसर पर परेड में शामिल होने वाले सभी उपकरण भारत में बने हैं। जिनमें आकाश हथियार प्रणाली और हेलीकॉप्टर,रूद्र और एएलएच ध्रुव शामिल है। परेड के दौरान उत्तर प्रदेश के अयोध्या के दीपोत्सव की भी झांकी देखने को मिलेगी।
हरियाणा की झांकी में भगवान श्रीकृष्ण का विराट स्वरूप भी देखने को मिलेगा। झारखंड के प्रसिद्ध देवघर मंदिर और जम्मू कश्मीर की अमरनाथ गुफा की भी झलक देखने को मिलेगी। कुल 23 झांकियां परेड में शामिल होंगी। गणतंत्र दिवस पर सेंटल विस्टा परियोजना में लगे श्रमिकों को भी आमंत्रित किया गया है। इस दिल्ली की सुरक्षा के कड़े इंतजाम किया गया है।
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