लंदन में खालिस्तान समर्थकों द्वारा किये गए भारतीय दूतावास पर उपद्रव की जांच नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) कर रही है। इसके लिए जांच एजेंसी लंदन पहुंच चुकी है। जांच टीम में पांच अधिकारी हैं। गौरतलब है कि खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल सिंह पर पंजाब पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई के बाद लंदन स्थित भारतीय दूतावास पर उसके समर्थकों ने जमकर बवाल मचाया था साथ तिरंगा का अपमान था। जिसके बाद भारत ने इस पर कड़ी आपत्ति जताई थी। अब इस मामले की जांच भारतीय जांच एजेंसी एनआईए कर रही है।
लन्दन स्थित भारतीय दूतावास पर खालिस्तानी समर्थकों ने तिरंगा को उतारकर खालिस्तानी झंडा लहराने की कोशिश की थी। इस मामले को पीएम मोदी ने ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक के समक्ष उठाया। इस दौरान पीएम मोदी ने भारतीय दूतावास पर हमला करने वाले उपद्रवियों पर कार्रवाई करने को कहा था। ब्रिटिश प्रधानमंत्री ने इस पर सहमति जताई थी और दूतावास को सुरक्षा देने का वादा किया था।
बताया जा रहा है कि गृह मंत्रालय ने इस केस को एनआईए को अपने हाथ में लेने को कहा था। जिसके बाद हरकत में आई एनआईए ने पंजाब पुलिस की स्पेशल सेल से एफआईआर की कॉपी मांगी थी। भारतीय दूतावास के बाहर हुए बवाल पर गृह मंत्रालय ने भी संज्ञान लिया था। ब्रिटिश अधिकारियों से इस संबंध में उचित कार्रवाई करने को कहा था।बता दें कि अमृत पाल सिंह पर पंजाब पुलिस की कार्रवाई के बाद कई देशों में भारतीय दूतावास के सामने धरना प्रदर्शन किया गया था। इतना ही नहीं कई स्थानों पर हिंसक झड़प की भी खबरें सामने आई थीं। ऑस्ट्रेलिया,कनाडा और अमेरिका में भारतीय की सार्वजनिक संपत्तियों को नुकसान भी पहुंचाया था। सैन फ्रांसिस्को में खालिस्तानी भारतीय दूतावास में घुसने की कोशिश की थी। फिलहाल अमृतपाल सिंह जेल बंद है।
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