क्रिकेट जगत का रोमांचक चैंपियंस ट्रॉफी टूर्नामेंट खेला जा रहा है, जिसमें शनिवार (22 फरवरी) को ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच मुकाबला हो रहा था। पाकिस्तान के लाहौर के गद्दाफी स्टेडियम में खेले गए इस मैच में आयोजकों से यह बड़ी गलती हुई। एक घटना ऐसी भी हुई जब मैदान पर भारतीय राष्ट्रगान सामान्य समय से पहले बजा दिया गया।
ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच चैंपियंस ट्रॉफी मैच से पहले लाहौर में गलती से ऑस्ट्रेलियाई राष्ट्रगान की जगह भारतीय राष्ट्रगान बजाया गया। गद्दाफी स्टेडियम में हुई इस गलती के बाद ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी और दर्शक हैरान रह गए, लेकिन आयोजकों को गलती का एहसास हुआ और उन्होंने भारतीय राष्ट्रगान को रोक दिया। आयोजकों की इस गलती की हर जगह चर्चा हो रही है और आश्चर्य भी व्यक्त किया जा रहा है। भारत की चैंपियंस ट्रॉफी के कोई भी मैच लाहौर या पाकिस्तान में खेलने की कोई योजना नहीं है, इसलिए यह सवाल उठ रहा है कि भारत का राष्ट्रगान कैसे बजाया गया। भारत ने इस टूर्नामेंट के लिए पाकिस्तान जाने से इनकार कर दिया और बाद में हाइब्रिड मॉडल अपनाया गया। भारत अपने सभी मैच दुबई में खेलेगा।
अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) द्वारा आयोजित प्रत्येक क्रिकेट मैच से पहले दोनों टीमों के राष्ट्रगान बजाए जाते हैं। इस मैच से पहले ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के राष्ट्रगान बजाए जाने की उम्मीद थी। इससे पहले, प्रतियोगिता शुरू होने से पहले कराची के नेशनल स्टेडियम में भारतीय ध्वज नहीं फहराया गया था, जबकि अन्य सभी प्रतिस्पर्धी टीमों के ध्वज फहराये जाते थे। इस पर आलोचना के बाद भारतीय तिरंगा फहराया गया।
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टूर्नामेंट शुरू होने से पहले ही भारत ने पाकिस्तान जाने से इनकार कर दिया था। यह विवाद कई महीनों से चल रहा था। पाकिस्तान ने हाइब्रिड मॉडल के विचार का विरोध किया था, लेकिन बाद में इसे स्वीकार कर लिया। यह भी स्पष्ट किया गया है कि भारत में आगामी आईसीसी टूर्नामेंटों के लिए भी यही मॉडल अपनाया जाएगा, जिसमें 2025 में महिला वनडे विश्व कप और 2026 में पुरुष टी20 विश्व कप शामिल हैं।