भारत के लिए 2 सितंबर 2022 का दिन इतिहास के पन्नों में एक नया अध्याय लिखा है। पीएम मोदी ने शुक्रवार को भारत का पहला स्वदेशी विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रांत भारतीय नौ सेना को सौंपा। इस दौरान पीएम मोदी ने नेवी के नीर झंडे का अनावरण किया। बता दे कि पुराने झंडे में तिरंगे के साथ सेंट जार्ज क्रॉस था। जिसे आज से अंग्रेजी की निशानी से नेवी को मुक्ति मिल गई। पिछले दिनों पीएम मोदी ने लाल किले के प्राचीर से गुलामी की निशानी को समाप्त करने की बात कही थी।
इसी की यह कड़ी है। पीएम मोदी ने इस ध्वज को छत्रपति शिवाजी महाराज को समर्पित किया है। नेवी के नए झंडे ‘शं नो वरुण’ वाक्य लिखा गया है। जिसका अर्थ है। हमारे लिए वरुण शुभ हों. बता दें कि समुद्र को हिन्दू धर्म में भगवान वरुण कहा जाता है। बता दें कि नेवी के झंडे में बदलाव लंबे समय से की जा रही थी। हालांकि कई बार बदलाव हुए हैं लेकिन रेड क्रॉस को नहीं हटाया गया।
बता दें कि 15 अगस्त 1947 को देश आजाद होने के बाद ब्रिटिश झंडे और बैज जस के तस रखे गए। 26 जनवरी 1950 को में बड़ा बदलाव हुआ। जिसमें यूनियन जैक की के स्थान पे तिरंगा लगा दिया गया। लेकिन जार्ज क्रॉस बरकरार रखा गया।
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