अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता हासिल करने के लिए अफगानिस्तान की तालिबान सरकार अब तक कई हथकंडे अपना चुकी है। लेकिन उन्हें अभी तक अपने मंसूबों में कामयाबी नहीं मिली है। अब तालिबान ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता पाने के प्रयास में अपने अंतरिम मंत्रिमंडल में फेरबदल करने का फैसला किया है।
तालिबानी नेता मुल्ला हिबतुल्लाह अखुंदजादा के नेतृत्व में एक 15 सदस्यीय टीम कंधार प्रांत में अंतरिम कैबिनेट में फेरबदल करने को लेकर चर्चा कर रही है। अफगान की सत्ता पर जबरन काबिज होने के बाद अखुंदजादा की अध्यक्षता में तालिबान की यह पहली बैठक है। यह बैठक इसलिए हो रही है क्योंकि तालिबान सरकार को अभी तक किसी भी देश ने मान्यता नहीं दी है।
विश्व समुदाय ने तालिबान के सामने मान्यता देने के लिए कई बड़ी शर्तें रखी हैं। जिनमें सरकार का समावेश, महिलाओं को समानता का अधिकार और मानवाधिकारों का सम्मान जैसे मुद्दे शामिल हैं। द खामा प्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक 15 सदस्यीय टीम में अंतरिम सरकार के मंत्री और तालिबान के अन्य उच्च पदस्थ अधिकारी शामिल हैं।
गौरतलब है कि अफगानिस्तान की सत्ता पर तालिबान द्वारा जबरन कब्जा करने के बाद अफगान में हालात बद से बदतर हो गए हैं। आलम यह है कि देश की आबादी का एक बड़ा हिस्सा बुखमरी की कगार पर खड़ा है। क्योंकि विश्व समुदाय से अफगान को मिलने वाली वित्तीय सहायता पर रोक लगी हुई। जिसके चलते बड़ी तादाद में लोग विस्थापित हो रहे हैं।
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