शेयर बाजार के दिग्गज निवेशक राकेश झुनझुनवाला का रविवार सुबह 6.45 मिनट पर निधन हो गया है।उन्होंने रविवार सुबह मुंबई के ब्रीच कैं डी अस्पताल में अंतिम सांस ली। जानकारी के मुताबिक, कुछ सप्ताह पहले ही वह अस्पताल से डिस्चार्ज हुए थे। उनका निधन किन कारणों से हुआ है, अभी यह स्पष्ट नहीं हुआ है। झुनझुनवाला 62 साल के थे।
कई तरह के व्यापारों में निवेश करने वाले राकेश झुनझुनवाला ने हाल ही में अकाशा एयरलाइंस पर भी निवेश किया था। इसमें 40 प्रतिशत हिस्सेदारी झुनझुनवाला के पास थी। यह निवेश ऐसे समय में किया गया था, जब ज्यादातर विमानन कंपनियां घाटे में चल रहीं हैं। अकाशा एयरलांइस ने अपनी उड़ानों के लिए अमेरिकी एयरोस्पेस कंपनी 72 बोइंस 737 मैक्स विमानों की खरीद की थी। निवेश के क्षेत्र में झुनझुनवाला की धाक इतनी थी कि उन्हें भारत का वॉरेन बफेट भी कहा जाता था। दुनियाभर में शेयर बाजार में उनकी पैनी नजर की मिसाल दी जाती है। कई बार बाजार में गिरावट की आंधी के बीच भी उन्होंने जिस तरह से व्यापार को संभाला उसने सभी को हैरान कर दिया।
राकेश झुनझुनवाला शेयर बाजार के सबसे बड़े निवेशकों में से एक थे। वह जब कॉलेज में थे तभी से उन्होंने शेयर बाजार में हाथ आजमाना शुरू कर दिया था। झुनझुनवाला ने 1985 में 5,000 रुपये से निवेश की शुरुआत की थी। सितंबर, 2018 तक यह निवेश बढ़कर 11,000 करोड़ रुपये हो गया था। जानकारी के मुताबिक, वर्तमान में झुनझुनवाला की नेटवर्थ 43.39 हजार करोड़ रुपये है। उन्हें शेयर बाजार का बिग बुल भी कहा जाता था। झुनझुनवाला के बारे में कहा जाता था कि वे मिट्टी को भी छू लें तो सोना बन जाती है।
झुनझुनवाला के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी शोक व्यक्त किया है। उन्होंने कहा, वह अद्भुत व्यक्ति थे। जीवन से भरपूर, होशियार और व्यावहारिक थे। उन्होंने कहा, झुनझुनवाला अपने पीछे आर्थिक दुनिया में अमिट योगदान छोड़ गए हैं। वह भारत की प्रगति को लेकर बहुत जुनूनी थे।
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