मुंबई। तबादला घोटाले के सामने आने से तिलमिलाई महाराष्ट्र सरकार अब महाराष्ट्र कैडर की आईपीएस अधिकारी रश्मि शुक्ला को परेशान करने के लिए आए दिन समन भेज रही। फिलहाल हैदराबाद में बतौर महानिदेशक (सीआरपीएफ) कार्यरत रश्मि शुक्ला ने अब इसके खिलाफ हैदराबाद हाईकोर्ट में याचिका दायर की है। इसके पहले महानिदेशक (होमगार्ड) परमबीर सिंह ने जांच रुकवाने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। रश्मि शुक्ला ने परमबीर सिंह के पिटीशन को ज्वाइन किया है। परम बीर सिंह के खिलाफ दो जांच चल रही है। रश्मि शुक्ला के खिलाफ भी मुंबई सायबर सेल पुलिस भी जांच कर रही है। शुक्ला ने कोरोना का हवाला देकर मुंबई आने से इंकार कर दिया था। अब पुलिस ने उन्हें दोबारा समन भेजा है।
क्या है मामला ?
महाराष्ट्र में इंटेलिजेंस विभाग (एसआईडी) की प्रमुख रहते रश्मि शुक्ला ने कुछ मंत्रियों और अधिकारियों के फोन टेप किए थे। जिससे खुलासा हुआ था कि राज्य में अधिकारियों के तबादले को लेकर एक रैकेट चल रहा है। यह विवाद उस समय शुरू हुआ जब विधानसभा में विपक्ष के नेता ने शुक्ला द्वारा राज्य के पुलिस महानिदेशक को ट्रांसफर पोस्टिंग में भ्रष्टाचार का दावा करते हुए लिखे गए पत्र का हवाला दिया था। सरकार ने लीक हुई जानकारी की प्राथमिक जांच मुख्य सचिव सीताराम कुंटे को सौंपी। इसके बाद एसआईडी ने मामले की शिकायत साइबर सेल से की जिसके आधार पर एफआईआर दर्ज कर छानबीन शुरू की गई।
महाराष्ट्र में इंटेलिजेंस विभाग (एसआईडी) की प्रमुख रहते रश्मि शुक्ला ने कुछ मंत्रियों और अधिकारियों के फोन टेप किए थे। जिससे खुलासा हुआ था कि राज्य में अधिकारियों के तबादले को लेकर एक रैकेट चल रहा है। यह विवाद उस समय शुरू हुआ जब विधानसभा में विपक्ष के नेता ने शुक्ला द्वारा राज्य के पुलिस महानिदेशक को ट्रांसफर पोस्टिंग में भ्रष्टाचार का दावा करते हुए लिखे गए पत्र का हवाला दिया था। सरकार ने लीक हुई जानकारी की प्राथमिक जांच मुख्य सचिव सीताराम कुंटे को सौंपी। इसके बाद एसआईडी ने मामले की शिकायत साइबर सेल से की जिसके आधार पर एफआईआर दर्ज कर छानबीन शुरू की गई।
रश्मि शुक्ला बनेंगी गवाह
गृहमंत्री अनिल देशमुख के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच कर रही केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) इस मामले में रश्मि शुक्ला को गवाह बना सकती है। सीबीआई ने हैदराबाद जाकर शुक्ला का बयान दर्ज किया है। बता दें कि शुक्ला ने फोन टैपिंग के बाद राज्य के पुलिस महानिदेशक को पत्र भेजकर दावा किया था कि सरकारी अधिकारियों के तबादले और पोस्टिंग के खेल में दलाल सक्रिय हैं। पिछले दिनों भाजपा विधायक अतुल भातखलकर ने ट्वीट कर कहा था कि आईपीएस रश्मी शुक्ला ने सीबीआई की पूछताछ के दौरान दो अनिल और एक बड़े नेता के साथ उनके चेले चपाटों का नाम लिया है। बता दें कि इस मामले में पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख और मौजूदा मंत्री और शिवसेना नेता अनिल परब आरोपों के घेरे मेंं हैं।