ऐजल। मृत घोषित किये जाने के बावजूद मिजोरम के जियोनघाका उर्फ जियोन-ए का अंतिम संस्कार नहीं सका है। बता दें कि जियोन-ए का रविवार को निधन हो गया था। लेकिन परिवार वालों का कहना है कि वे अभी जिन्दा हैं। उनके घरवालों का कहना है कि उनका शरीर गर्म है और उनकी नब्ज भी है।
बता दें कि हाई ब्लड प्रेशर और मधुमेह से पीड़ित जियोन-ए को रविवार को आइजोल के ट्रिनिटी अस्पताल में डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। हालांकि, परिवार के सदस्यों ने जोर देकर कहा कि उनका शरीर गर्म है और उनकी नब्ज अभी भी चल रही है। लाल्पा कोहरान थार के सचिव जैतिनखुमा ने कहा कि अस्पताल से घर लाए जाने के बाद जियोन की नाड़ी फिर से चलने लगी। उन्होंने कहा, ‘उनके परिवार के सदस्य और बक्तांग गांव के चुआंथार के लोग उन्हें ऐसी परिस्थितियों में नहीं दफना सकते।’ उनके निधन की पुष्टि मिजोरम के मुख्यमंत्री जोरामथंगा ने भी थी। उन्होंने ट्वीट कर शोक जताया था। उन्होंने कहा कि जिओना चाना के परिवार के कारण मिजोरम पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बन गया था। बता दें कि जियोन -ए का दुनिया का सबसे बड़ा परिवार है। जियोन-ए की 38 पत्नियां, 89 बच्चे, 14 बहुयें और 33 पोते -पोतियां हैं।वे मिजोरम के बख्तवांग गांव में एक 100 कमरों वाले बड़े घर में रहते थे।इतने बड़े परिवार का खाना बनाने के लिए महिलाएं सुबह उठते ही काम में जुट जाती हैं। जिओना पेशे से बढ़ई थे, उनके पास अच्छी खासी खेती की जमीन भी थी जिसमें वह अपनी पैदावार से खुद घर का खर्च उठाते थे। जिओना चाना का परिवार दुनियाभर में मशहूर था, उनसे मिलने देश-विदेश से पर्यटक मिजोरम आते थे।