बेंगलुरू एफसी के पक्ष में गोल अंतर 3-2 रहा, क्योंकि उसने अपने घर में खेले गए डबल-लेग सेमीफाइनल के पहले मैच में गौर्स को 2-0 से हराया था। अनुभवी स्ट्राइकर सुनील छेत्री को निर्णायक गोल करने के लिए प्लेयर ऑफ द मैच घोषित किया गया।
जीत के बावजूद गौर्स के बाहर होने से स्पेनिश हेड कोच मैनोलो मार्क्वेज जरूर निराश होंगे, क्योंकि गोल अंतर के आधार पर उनकी टीम का सफर इस सीजन में समाप्त हो गया है। वहीं, आज ब्लूज भले ही मैच हारे लेकिन वे अपने घरेलू प्रदर्शन के आधार पर फाइनल में पहुंच गए हैं और इससे स्पेनिश हैड कोच जेरार्ड जारागोजा निश्चित रूप से प्रसन्न होंगे।
मैच का पहला गोल 49वें मिनट में आया, जब स्थानापन्न स्पेनिश मिडफील्डर बोर्जा हेरारा ने एफसी गोवा को शुरुआती बढ़त दिलाते हुए स्कोर 1-0 (कुल गोल अंतर 1-2) कर दिया। पेनल्टी बॉक्स के ठीक बाहर मिली फ्री-किक पर बोर्जा हेरारा ने करारा लेफ्ट फुटर शॉट लगाकर गेंद को बॉटम लेफ्ट कॉर्नर के अंदर पहुंचा दिया जबकि बेंगलुरू एफसी के अनुभवी गोलकीपर गुरप्रीत संधू बचाव करने में नाकाम रहे। यह इस सीजन में हेरारा का छठा गोल था।
88वें मिनट में अल्बेनियाई स्ट्राइकर अर्मांडो सादिकु ने इस सीजन में अपना दसवां गोल करके एफसी गोवा को शुरुआती बढ़त को दोगुना करते हुए स्कोर 2-0 (कुल गोल अंतर 2-2) कर दिया। लेफ्ट-बैक आकाश सांगवान ने बायीं तरफ से क्रॉस डालकर गेंद को सेंटर किया, जिस पर सादिकु ने हैडर से गेंद को बॉटम राइट कॉर्नर के अंदर पहुंचा दिया जबकि बेंगलुरू एफसी के अनुभवी गोलकीपर गुरप्रीत संधू बचाव नहीं कर पाए।
स्टॉपेज टाइम के दौरान 90+2वें मिनट में स्थानापन्न स्ट्राइकर सुनील छेत्री ने इस सीजन का अपना 14वां गोल करके बेंगलुरू एफसी को कुछ राहत पहुंचाते हुए स्कोर स्कोर 1-2 (कुल गोल अंतर 3-2) कर दिया। कॉर्नर किक के दौरान नामग्याल भूटिया ने बॉक्स के अंदर बायीं तरफ से दाहिनी तरफ से क्रॉस डाला, जिस पर सुनील ने बॉक्स के अंदर से हैडर लगाकर गेंद को गोल जाल में उलझा दिया।
पहला हाफ गोलरहित बराबरी पर रहा, क्योंकि दोनों ही टीमें गतिरोध तोड़कर बढ़त बनाने में नाकाम रहीं। लिहाजा, दोनों टीमें 0-0 की बराबरी के साथ हाफ टाइम ब्रेक पर गईं। गेंद पर ज्यादा नियंत्रण एफसी गोवा का 62 फीसदी रहा। गौर्स ने सात प्रयास भी किए, जिनमें से तीन शॉट टारगेट पर रखे लेकिन पूरे हाफ के दौरान दबदबा बनाए रखने के बावजूद गोल नहीं कर पाए।
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