ईरान-इजरायल संघर्ष के बीच जब अमेरिका ने हस्तक्षेप करते हुए ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमला किया, तब इजरायल का शेयर बाजार अप्रत्याशित रूप से उछाल पर पहुंच गया। रविवार (22 जून)को तेल अवीव स्टॉक एक्सचेंज (TASE) 5% से अधिक चढ़ते हुए 6,490 के ऑल-टाइम हाई तक जा पहुंचा, जो इसकी पिछली क्लोजिंग 6,137 से काफी ऊपर है।
यह तेजी ऐसे समय पर आई है जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के निर्देश पर अमेरिका ने रविवार (22 जून) सुबह (भारतीय समय अनुसार 4:30 बजे) ईरान के तीन बड़े परमाणु ठिकानों—फोर्डो, नतांज और एस्फाहान—पर एयर स्ट्राइक की। इसके कुछ ही घंटों बाद ईरान ने इजरायल पर 30 से अधिक बैलिस्टिक मिसाइल दागीं, जिनमें 16 से अधिक लोग घायल हुए और कई इमारतें क्षतिग्रस्त हो गईं।
हालांकि जमीनी हालात तनावपूर्ण हैं, लेकिन बाजार में बढ़त यह संकेत देती है कि इजरायली निवेशक अमेरिकी हस्तक्षेप को सुरक्षा के लिहाज़ से एक सकारात्मक संकेत मान रहे हैं। तेल अवीव स्टॉक एक्सचेंज का बेंचमार्क टीए-125 इंडेक्स 1.6% की तेजी पर था, जबकि ब्लू चिप कंपनियों का टी-35 इंडेक्स 1.5% से अधिक बढ़ा। वहीं, टीए-इंश्योरेंस और फाइनेंशियल सर्विसेज इंडेक्स में 3.2% की मजबूती दर्ज की गई।
इजरायल में शुक्रवार को साप्ताहिक अवकाश होने के कारण रविवार को शेयर बाजार खुलते हैं। इसी कारण अमेरिकी कार्रवाई के ठीक बाद बाजार की पहली प्रतिक्रिया रविवार को देखने को मिली।
गौरतलब है कि इससे पहले गुरुवार को ईरान द्वारा इजरायल पर दागी गई 25 मिसाइलों में से कुछ ने तेल अवीव स्टॉक एक्सचेंज की बिल्डिंग को भी नुकसान पहुंचाया था। इसके बावजूद रविवार को शेयर बाजार की तेज़ी इस बात को दर्शाती है कि निवेशकों को अमेरिका की सैन्य सहभागिता से स्थायित्व की उम्मीद है।
भले ही इजरायल और ईरान के बीच संघर्ष की तीव्रता लगातार बढ़ रही है, लेकिन अमेरिकी समर्थन से बाजार में स्थिरता और विश्वास का माहौल दिखा। विशेषज्ञ मानते हैं कि यदि यह संघर्ष और आगे बढ़ा, तो वैश्विक तेल कीमतों और अन्य बाजारों पर भी व्यापक असर पड़ेगा।
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