इज़रायली सेना ने स्वीकार किया है कि उसने गलत पहचान के कारण गाजा में अंतरराष्ट्रीय रेड क्रॉस समिति (ICRC) की इमारत पर गलती से हमला कर दिया था। इज़रायली सेना के एक बयान के अनुसार, दक्षिणी गाजा के राफा शहर में तैनात सैनिकों ने इमारत के अंदर ‘संदिग्ध व्यक्तियों’ को देखने के बाद गोलीबारी की। बाद में जांच करने पर पता चला कि यह पहचान गलत थी। सेना ने कहा कि जब गोलीबारी की गई, तब सैनिकों को इस बात की जानकारी नहीं थी कि इमारत ICRC से जुड़ी हुई है।
इससे पहले, सोमवार को ICRC ने एक बयान में कहा था कि राफा स्थित उसके कार्यालय को ‘विस्फोटक प्रक्षेप्य’ से नुकसान पहुंचा, जबकि यह स्पष्ट रूप से चिह्नित था और सभी पक्षों को इसकी जानकारी दी गई थी।
ICRC ने कहा कि सौभाग्य से इस घटना में कोई कर्मचारी घायल नहीं हुआ, लेकिन इस हमले से उसके संचालन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है। संगठन ने इस हमले की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि वह राफा में एक फील्ड अस्पताल और अन्य मानवीय सेवाएं संचालित करता है, जहां इज़रायली हमलों के शिकार लोगों का इलाज किया जा रहा है।
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बयान में यह भी कहा गया कि रविवार (23 मार्च) को फिलिस्तीन रेड क्रिसेंट सोसाइटी के आपातकालीन चिकित्सा तकनीशियनों से संपर्क टूट गया था। इसके अलावा, पिछले सप्ताह गाजा में कई मानवीय कार्यकर्ताओं की मौत हुई और कुछ घायल भी हुए।
उधर, इज़रायल ने मंगलवार (25 मार्च) को हमास के साथ दो महीने का युद्धविराम समाप्त करने के बाद गाजा में फिर से हवाई और जमीनी हमले शुरू कर दिए। अब तक इन हमलों में 730 से अधिक फिलिस्तीनी मारे जा चुके हैं। दौरान हमास ने भी इज़रायली क्षेत्रों की ओर कई रॉकेट दागे, हालांकि, इज़रायली रक्षा प्रणाली ने उनमें से अधिकांश को नष्ट कर दिया।
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