पिछले कुछ दिनों में जम्मू घाटी में हुए आतंकी हमलों और आतंकी घुसपैठ की आशंका को देखते हुए सेना ने अपनी पूरी ताकत जम्मू घाटी में तैनात कर दी है|पहले से ही अर्धसैनिक बल, जम्मू कश्मीर पुलिस बल के अलावा 3000 से ज्यादा सेना के जवान युद्ध स्तर पर आतंकियों की तलाश कर रहे हैं|सेना ने जम्मू घाटी में करीब 500 पैरा कमांडो तैनात किए हैं|पैरा कमांडो को सेना की एक विशेष शाखा के रूप में जाना जाता है। इन पैरा कमांडों को बेहद प्रतिकूल परिस्थितियों में विशेष मिशन की जिम्मेदारी सौंपी जाती है।
अब जब सेना ने आतंकियों की तलाश के लिए इतनी बड़ी संख्या में पैरा कमांडो तैनात कर दिए हैं तो अगले कुछ दिनों के आतंकवाद विरोधी अभियानों से जम्मू घाटी में हलचल मचना तय है|
खुफिया एजेंसियों ने भी क्षेत्र में अपने तंत्र को मजबूत किया है और आतंकवादियों का समर्थन करने वाले ओवरग्राउंड लोगों सहित आतंकवादी समर्थन बुनियादी ढांचे को खत्म करने के लिए काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सेना ने यहां पाकिस्तान की छद्म आक्रामकता का मुकाबला करने के लिए पहले ही क्षेत्र में लगभग 3,500-4000 कर्मियों की एक ब्रिगेड सहित सेना के जवान तैनात किए हैं।
जमीन पर सेना के अधिकारी नवीनतम हथियारों और संचार उपकरणों से लैस आतंकवादियों की तलाश और उन्हें नष्ट करने की रणनीति पर काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सेना के पास पहले से ही क्षेत्र में आतंकवाद विरोधी बुनियादी ढांचा मौजूद है, जिसमें रोमियो और डेल्टा बलों के साथ-साथ राष्ट्रीय राइफल्स की दो सेनाओं के साथ-साथ अन्य नियमित पैदल सेना डिवीजन भी मौजूद हैं।
प्रारंभिक अनुमान है कि जम्मू घाटी के कुछ इलाकों में कुल 50 से 55 आतंकवादी छिपे हुए हैं| खुफिया विभाग ने भी जम्मू घाटी में तंत्र को और अधिक सक्रिय कर दिया है और आतंकवादियों की मदद करने वालों और उन्हें बढ़ावा देने वालों की जांच शुरू कर दी है|
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