जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले में छिपे हुए आतंकवादियों के खिलाफ चल रहा अभियान मंगलवार (25 मार्च) को तीसरे दिन भी जारी है। इस दौरान सुरक्षा बलों ने हथियार और गोला-बारूद बरामद किया है।
अधिकारियों ने बताया कि कठुआ जिले के हीरानगर इलाके में 23 मार्च से आतंकियों की तलाश में संयुक्त अभियान चलाया जा रहा है। सोमवार को इलाके से हथियार और गोला-बारूद बरामद हुआ। फिलहाल सुरक्षाबलों ने पूरे इलाके की घेराबंदी कर रखी है।
सेना ने बयान जारी कर बताया कि जम्मू-कश्मीर पुलिस और भारतीय सेना की राइजिंग स्टार कोर ने संयुक्त अभियान में आतंकियों के छिपे होने की सूचना पर तलाशी अभियान शुरू किया। सेना ने सोशल मीडिया पर बरामद हथियारों की तस्वीर भी साझा की।
इस अभियान की शुरुआत तब हुई जब स्थानीय महिला अनीता देवी और उनके पति गणेश कुमार ने जंगल में लकड़ी इकट्ठा करते समय आतंकवादियों को देखा। उन्होंने तुरंत सुरक्षाबलों को सूचना दी, जिसके बाद सेना, जम्मू-कश्मीर पुलिस के विशेष अभियान समूह (एसओजी) और सीआरपीएफ की टीमों ने इलाके को घेर लिया।
सुरक्षाबलों की कारवाई से घबराए आतंकवादियों ने उन पर फायरिंग कर दी, जिसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गई। रविवार को गोलीबारी के दौरान सात साल की एक बच्ची घायल हो गई थी, जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों के अनुसार, उसकी हालत अब स्थिर है।
यह भी पढ़ें:
Uttar Pradesh: पुलिस मुठभेड़ में 15 हजार का इनामी सुपारी किलर गिरफ्तार
डीजीपी नलिन प्रभात और आईजीपी (जम्मू) भीम सेन टूटी भी अभियान की निगरानी के लिए मौके पर पहुंचे। कठुआ जिले का सान्याल गांव पाकिस्तान की सीमा से महज चार किलोमीटर दूर स्थित है और यहां पहले भी घुसपैठ की कोशिशें होती रही हैं।
रविवार रात के बाद से इलाके में कोई बड़ी गोलीबारी नहीं हुई, लेकिन मंगलवार सुबह फिर से गोलियों की आवाज सुनी गई। अधिकारियों का कहना है कि तीन से पांच आतंकवादी जंगल में छिपे हो सकते हैं। सेना और पुलिस के संयुक्त बलों ने पूरे इलाके को घेर लिया है और सर्च ऑपरेशन जारी है।