जापान: छत्रपति शिवाजी महाराज की अनोखी कलाकृति!, शिव प्रेमियों ने निकाली शिव स्वराज्य रथ यात्रा!

एक मराठी युवक ने 10,000 पुशपिन का उपयोग करके एक मोज़ेक चित्र बनाया!

जापान: छत्रपति शिवाजी महाराज की अनोखी कलाकृति!, शिव प्रेमियों ने निकाली शिव स्वराज्य रथ यात्रा!

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छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रसिद्धि पूरी दुनिया में फैली हुई है। इसलिए, दुनिया भर के शिव प्रेमी आज के दिन शिव स्वराज्य रथयात्रा निकाली। जापान के टोक्यो में रहने वाले पेशेवर इंजीनियर रूपेश बांगर ने भी एक कलाकृति पेश कर छत्रपति शिवाजी महाराज के प्रति अपना सम्मान जताया है|
आज हमारे देश के आदर्श छत्रपति शिवाजी महाराज की जयंती है। उनकी जयंती दुनिया भर के विभिन्न देशों में मनाई जाती है। उनकी छवि के साथ एक जुलूस भी निकाला जाता है। हर शिवभक्त छत्रपति शिवाजी महाराज के प्रति अपनी भावनाएं अपने-अपने तरीके से व्यक्त करता है। इसी तरह जापान में रहने वाले एक मराठी बिजनेसमैन ने भी कला के जरिए छत्रपति शिवाजी महाराज की कृतियों को याद किया गया|
छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रसिद्धि पूरी दुनिया में फैली हुई है। इसलिए, दुनिया भर के शिव प्रेमी द्वारा आज के दिन शिव स्वराज्य यात्रा निकाली गयी । जापान के टोक्यो में रहने वाले पेशेवर इंजीनियर रूपेश बांगर ने भी एक कलाकृति पेश कर छत्रपति शिवाजी महाराज के प्रति अपना सम्मान जताया है|
रूपेश बांगर ने छत्रपति शिवाजी महाराज का पहला पुशपिन मोज़ेक चित्र बनाया है। कला का यह नमूना 3*4 फीट का है जिसे 10 हजार पुशपिनों का उपयोग करके बनाया गया है। बांगड़ ने स्कूल में अपने पूर्व छात्र और प्रसिद्ध मोज़ेक कलाकार अबासाहेब शेवाले से प्रेरणा ली। उन्होंने कला के इस कार्य को पूरा करने के लिए भारत से सामग्री मंगवाई।
चित्र की विशेषता क्या है?: इस चित्र की विशेषता यह है कि यह पाँच प्रतिशत अधूरा छोड़ देता है। ताकि दर्शक स्वयं पुशपिन लगाकर छवि को पूरा करने में योगदान दे सकें। इससे भागीदारी बढ़ रही है| यह भागीदारी जापान में भारतीय समुदाय को जोड़ रही है। इतना ही नहीं रूपेश बांगर कलाकृतियों को देखने आने वाले लोगों को जागरूक कर रहे हैं और मोटिवेशनल सेशन भी आयोजित कर चुके हैं|
भारतीयों सहित कई कला प्रेमियों ने इस कलाकृति की सराहना की। यह चित्र सिर्फ कला का नमूना नहीं है, बल्कि इतिहास और आधुनिकता का संगम है। रूपेश बांगर का प्रयास छत्रपति शिवाजी महाराज की गौरवशाली विरासत को उजागर करता है और यह परियोजना उनकी भविष्य की कलात्मक यात्रा की शुरुआत का प्रतीक है।
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