कन्हैया के बेटों का पुलिस पर सवाल, …तो मेरे पिताजी जिन्दा होते   

कन्हैया के बेटों का पुलिस पर सवाल, …तो मेरे पिताजी जिन्दा होते   

उदयपुर में कन्हैया लाल की दो कट्टरपंथियों द्वारा हत्या किये जाने से देश सन्न है। कन्हैया लाल के हत्यारे भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा के समर्थन में किये गए एक पोस्ट से नाराज थे। इसके बाद इन कट्टरपंथियों ने बहाना बनाकर दर्जी के दूकान में घुसकर उसकी हत्या कर दी।  इस घटना के बाद राजस्थान में बवाल मच गया। राज्यभर में धारा 144 लागू कर दी गई है। वहीं बुधवार को  इंटरनेट सेवा बंद रही। मृतक कन्हैया लाल के बेटे यश और तरुण का कहना है कि अगर पुलिस समय रहते आरोपियों पर कार्रवाई की होती तो आज मेरे पिताजी जिन्दा होते।

कन्हैया लाल के बेटों का कहना है कि ‘मेरे पिता ने गलती से सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक टिप्पणी पोस्ट कर दी थी। उन्हें गिरफ्तार भी किया गया था। बाद में उसे जमानत मिल गई।  इसके बाद भी धमकियां मिलती रहती थी। पुलिस स्टेशन में माफी भी मांगी थी। बावजूद इसके उन्हें धमकी भरे फोन आ रहे थे,जिसके लिए उन्होंने कई बार पुलिस से संपर्क किया था। लेकिन पुलिस ने कभी कोई कार्रवाई नहीं की। अगर समय पर कार्रवाई की जाती तो हमारे पिताजी जीवित होते।”

वहीं बुधवार को जब कन्हैया का शव घर लाया गया तो लोगों ने कन्हैयालाल अमर रहे जैसे नारे लगाए गए। बता दें कि एमबी अस्पताल में पोस्टमार्टम के बाद कन्हैयालाल के शव को परिजनों को सौंप दिया गया। इस दौरान लोगों ने आरोपियों को फांसी देने की भी मांग की। घर के बाहर बड़ी संख्या में लोग एकत्रित थे। इस बीच भीड़ ने जमकर नारेबाजी की। अंतिम संस्कार दौरान भी हजारों लोग उपस्थित रहे। पैदल के अलावा लोग बाइक और अन्य वाहन से अंतिम यात्रा में शामिल हुए।

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