कर्नाटक के शिवमोगा जिले में बजरंग दल के 23 वर्षीय पदाधिकारी की हत्या के बाद सोमवार को स्कूलों और कॉलेजों में निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है और सोमवार को छुट्टी की घोषणा कर दी गई है। शिवमोगा को सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील शहर माना जाता है। हिंसा की एक घटना के बाद पूरे राज्य में पुलिस महकमा हाई अलर्ट पर है। बड़े पैमाने पर हुई हिंसा के डर से शिवमोगा शहर को पुलिस के गढ़ में तब्दील कर दिया गया है। हर्ष के रूप में पहचाने जाने वाले बजरंग दल के कार्यकर्ता की रविवार देर रात भारती कॉलोनी में रविवर्मा स्ट्रीट के पास बेरहमी से हत्या कर दी गई।
हर्ष एक दर्जी थे और जिले में समन्वयक का पद संभालते थे। कार में आए बदमाशों ने उसका पीछा किया और घातक हथियारों से हमला कर दिया और मौके से फरार हो गए। हालांकि हर्ष को मेगन अस्पताल में ले जाया गया, लेकिन उसने दम तोड़ दिया। हर्ष बजरंग दल और विहिप की गतिविधियों में सक्रिय रूप से शामिल थे। वह गणेश उत्सव और विसर्जन समारोह में सबसे आगे रहते थे। घटना के तुरंत बाद तनावपूर्ण स्थिति बन गई। इसके बाद सोमवार को बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने शव के साथ जुलूस निकाला। उत्तेजित बजरंग दल और विहिप के कार्यकर्ताओं द्वारा शिवमोगा के सिगेहट्टी में तीन बाइक और एक मालवाहक वाहन को आग के हवाले कर दिया गया।
गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र ने सोमवार को कहा, “23 वर्षीय युवक की बेरहमी से हत्या कर दी गई है। मैं शिवमोगा गया था और मैं उसके परिवार से भी मिला हूं। मैंने उसके माता-पिता और बहन को आश्वासन दिया है कि मैं मृत व्यक्ति को वापस नहीं ला सकता, लेकिन हत्यारों को नहीं बख्शेंगे। अरागा ज्ञानेंद्र ने कहा, “हिजाब मुद्दे का इस घटना से कोई लेना-देना नहीं है और यह अलग कारणों से हुआ है। शिवमोगा एक संवेदनशील शहर है। यह घटना मुख्य सड़क पर हुई है और पुलिस हाई अलर्ट पर है। मैं लोगों से शांति बनाए रखने की अपील करता हूं। सभी उपाय किए गए हैं, लोग उत्तेजित न हों। सरकार मृत व्यक्ति को न्याय देगी।
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