प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ के दौरान खादी उत्पादों को श्रद्धालुओं से जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली, जिससे इनकी बिक्री 12 करोड़ रुपये से अधिक हुई है। खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग (KVIC) के चेयरमैन मनोज कुमार ने जानकारी दी कि 14 जनवरी से 27 फरवरी तक चले इस धार्मिक आयोजन में 12.02 करोड़ रुपये के खादी उत्पादों की बिक्री हुई। उन्होंने बताया कि महाकुंभ में खादी के 98 और ग्रामोद्योग के 54 स्टॉल लगाए गए, जहां क्रमशः 9.76 करोड़ रुपये के खादी और 2.26 करोड़ रुपये के ग्रामोद्योग उत्पादों की बिक्री दर्ज की गई।
इसके अलावा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘मीठी क्रांति’ अभियान के तहत मधुमक्खी पालकों को सहयोग देने के लिए हनी मिशन चलाया जा रहा है। इस पहल के तहत वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए KVIC ने छह राज्यों में 205 मधुमक्खी पालकों को 2,050 मधुमक्खी बक्से, हनी कॉलोनियां और टूलकिट वितरित किए।
KVIC के चेयरमैन ने बताया कि 2016 में गुजरात के बनासकांठा जिले के दीसा में प्रधानमंत्री ने ‘श्वेत क्रांति’ के साथ-साथ ‘मीठी क्रांति’ का आह्वान किया था। इसके बाद 2017 में KVIC ने हनी मिशन की शुरुआत की, जिसके तहत अब तक 20,000 से अधिक लाभार्थियों को 2 लाख मधुमक्खी बक्से और हनी कॉलोनियां प्रदान की जा चुकी हैं।
यह भी पढ़ें:
कैलिफोर्निया में BAPS हिंदू मंदिर में तोड़फोड़: लिखे गए “भारत विरोधी” संदेश !
कुलभूषण जाधव के अपहरण का साजिशकर्ता की अज्ञात ने गोली मारकर की हत्या!
भारतीय टीम की जीत के लिए अयोध्या में हवन और प्रार्थनाएं!
मनोज कुमार ने खादी और ग्रामोद्योग क्षेत्र में हुई प्रगति पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि पिछले 10 वर्षों में खादी और ग्रामोद्योग की बिक्री पांच गुना बढ़कर 1,55,000 करोड़ रुपये हो गई है, जो पहले 31,000 करोड़ रुपये थी। इसके अलावा, खादी वस्त्रों की बिक्री में छह गुना वृद्धि हुई है, जो 1,081 करोड़ रुपये से बढ़कर 6,496 करोड़ रुपये हो गई है। साथ ही, पिछले वित्तीय वर्ष में 10.17 लाख नए रोजगार उत्पन्न हुए।