मुंबई। शारदा राउत 2005 बैच की आईपीएस हैं। उनका जन्म नासिक जिले में हुआ है। शारदा राउत अपने प्रोफेशनल के प्रति काफी संजीदा रहती हैं।उनकी तैनाती के किस्से आम है कहा जाता है कि जब वह पालघर में एसपी पद पर तैनात थीं तो अपराधियों ने अपराध करना छोड़ दिया था या चले गए थे। शारदा राउत की तैनाती मुंबई, नागपुर, मीरा रोड, कोल्हापुर और नंदुरबार में हो चुकी हैं। जहां उनके काम करने तरीके से अपराधी दुबक गए। अपने तेजतर्रार फैसलों के कारण शारदा उस टीम में शामिल हैं जो डोमिनिका गई हुई है। यह टीम डोमिनिका से साढ़े तेरह हजार करोड़ रुपये के पीएनबी घोटाले के मास्टरमाइंड मेहुल चोकसी के प्रत्यर्पण के लिए गई हुई है।
इस टीम के पास वो तमाम दस्तावेज मौजूद हैं, जिससे चोकसी के भारतीय नागरिक होने की बात साबित करता है। जानकारी के अनुसार शारदा राउत ने मात्र 16 साल के प्रोफेशनल करियर में कई बड़े काम किये जिसकी वजह से महाराष्ट्र पुलिस और सीबीआई में बड़ा नाम है। मेहुल चोकसी को भारत लाने के लिए 8 सदस्यीय की बानी हुई है जिसमें सीबीआई, प्रवर्तन निदेशालय और सेंट्रल रिजर्व फोर्स (कमांडो) के दो-दो सदस्य शामिल हैं।आईपीएस शारदा राउत मुंबई में सीबीआई की बैंकिंग फ्रॉड विंग की चीफ हैं और पंजाब नेशनल बैंक घोटाले की जांच टीम की प्रमुख सदस्य के रूप में 13,500 करोड़ रुपये के घोटाले की छानबीन की अगुवाई कर चुकी हैं।
बता दें कि आठ सदस्यीय टीम डोमिनिका के वकीलों के जरिए ईडी और सीबीआई वहां की कोर्ट को यह समझाने की कोशिश करेगी कि उनकी हिरासत में जो आदमी है वह भारत में जनवरी 2018 से ही वांछित है और इंटरपोल की ओर से जारी रेड नोटिस के आधार पर उसे तत्काल भारत प्रत्यर्पित कर देना चाहिए। मेहुल चोकसी ने नवंबर 2017 में एंटीगुआ की नागरिकता ली थी लेकिन उसने आज तक भारत की नागरिकता नहीं छोड़ी है। इसलिए वह अभी भी भारतीय नागरिक है। अधिकारी यह भी कोशिश कर रहे हैं कि डोमिनिका की अदालत में कानूनी पेच में फंसकर चोकसी का मामला लंबित न रह जाए, नहीं तो उसे भारत लाने के लिए और इंतजार करना पड़ सकता है।