कांदिवली पुलिस स्टेशन के अधिकारी द्वारा पिटाई के विरोध में बोरीवली वकील एसोसिएशन और बार एसोसिएशन के सदस्य एडवोकेट पृथ्वीराज झाला का विभिन्न क्षेत्रों के बार एसोसिएशनों द्वारा जोरदार विरोध किया गया है और इस मुद्दे पर मुंबई के सभी बार एसोसिएशनों में काफी रोष है। बॉम्बे बार एसोसिएशन ने भी गुरुवार, 16 मार्च को हुई इस घटना के विरोध में विभिन्न अदालतों को एक दिन के लिए बंद करने का फैसला किया है।
बॉम्बे सिटी सिविल एंड सेशंस कोर्ट एडवोकेट बार एसोसिएशन के सचिव समीर सरंबलकर ने इस पिटाई का विरोध किया है और कहा है कि एसोसिएशन के सभी सदस्य एसोसिएशन के खिलाफ एक दिन की हड़ताल करेंगे।
इस संबंध में बॉम्बे सिटी सिविल एंड सेशंस कोर्ट एडवोकेट बार एसोसिएशन ने बैठक कर अपना पक्ष रखा। इस घटना के बाद संगठन ने यह रुख अख्तियार किया है कि उक्त पुलिस अधिकारी उपनिरीक्षक हेमंत गीते के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जाये। गीते द्वारा झाला को पीटने की घटना के संबंध में सरंबलकर का कहना है कि जब झाला ने अपनी पहचान बताई तो यह भी आरोप लगाया गया कि उक्त अधिकारी ने उसे और पीटा। उन्होंने इस बैठक में कहा कि इसका विरोध किया जाएगा लेकिन संकल्प यह होगा कि इसके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जाए नहीं तो हम एक दिन के लिए काम बंद कर देंगे।
उसके बाद पुलिस की पिटाई के खिलाफ सभी अधिवक्ताओं ने एकजुट होकर कांदिवली थाने के बाहर प्रदर्शन किया। कांदिवली थाने में पिटाई के विरोध में डीसीपी की बैठक में सरंबलकर ने कहा कि उनके साथ चर्चा करने के बाद, हम देखेंगे कि क्या वे अपने वादों पर अमल करते हैं।
सरंबलकर ने एसोसिएशन के सभी वकीलों को संबोधित करते हुए कहा कि जिस तरह से उनके जूनियर सहयोगी के साथ पुलिस ने व्यवहार किया, वह हठधर्मिता का एक उदाहरण है। अधिकारी का यह दावा कि वह नहीं जानता था क्योंकि आप सादे कपड़ों में थे, विश्वास करने योग्य नहीं है। जब उसने कहा कि मैं वकील हूं तो उसने यह कहते हुए मेरे कान पर वार किया कि तुम कोर्ट में वकील बनोगे। उन्होंने यह भी कहा कि जितने वकील हैं उतने लाओ। हम इसका विरोध कर रहे हैं। हमने थाने में वकीलों की ताकत दिखाई है।
बता दें कि बांद्रा, अंधेरी, बोरीवली, दादर, मझगांव बार एसोसिएशन के माध्यम से इस पिटाई का विरोध करते हुए एक दिन काम बंद रखने का निर्णय लिया गया है।
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