पीएम मोदी ने अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन से मुलाकात के दौरान दस चीजें तोहफा में दिया। भारत में इन वस्तुओं के ख़ास मायने होते है। इन वस्तुओं को भारत में किसी व्यक्ति को खास मौके पर ही दिए जाते हैं। ये उपहार भारतीय परम्पराओं को दर्शाते हैं। तो आइये जानते है कि जो बाइडेन से इन उपहारों का क्या है कनेक्शन।
पीएम मोदी ने जो बाइडेन से मुलाक़ात के समय हिरण्यदान (सोना ) , आज्ञादान (घी ), रौप्यदान (चांदी ), लवंदन (नमक ), गौदान (गाय ), धान्य दान ( अन्न ) वस्त्रदान (कपडे ), गुड्डन (गुड़ ) भूदान (भूमि ) तिलदान ( तिल ) उपहार स्वरूप दिए। ये वे चीजें हैं जो भारतीय पारम्पराओं के वाहक हैं। अब सवाल है कि इन उपहारों से जो बाइडेन की उम्र से क्या लेना देना है। गौरतलब है कि अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन की उम्र 80 साल की हो गई है ।
यजुर्वेद में कहा गया है कि जब कोई व्यक्ति 80 या आठ साल की उम्र पूरी कर लेता है तो उसे “दृष्ट सहस्रचंद्र” कहा जाता है। इसका मतलब यह हुआ कि उस व्यक्ति ने 1000 पूर्ण चन्द्रमा को देखा है। इसके भारत में सहस्रचंद्र पूर्ण चंद्रोदयम उत्सव मनाया जाता है। इस दौरान संबंधित व्यक्ति को इन दस चीजों को उपहार के रूप में दिया जाता है। अब सवाल यह है कि इन उपहारों का भारतीय परम्पराओं में क्या मायने हैं।
कोलकाता के गणेशजी : पीएम मोदी ने जो बाइडेन को चंदन का बॉक्स दिया। जिसमें भगवान गणेशजी की मूर्ति थी। उन्हें विघ्ननाशक कहा जाता है। इतना ही नहीं भगवान गणेश को सभी देवताओं से पहले पूजा जाता है। चंदन की लकड़ी से बनी गणेश जी की मूर्ति को कोलकता के कारीगरों ने बनाया है।
राजस्थान का चंदन का संदूक: पीएम मोदी ने राजस्थान के जयपुर के शिल्पकार ने इस संदूक को तैयार किया है। इस पर जीव जंतुओं की नक्काशी की गई है। इसमें जिन लकड़ियों का उपयोग किया गया वे कर्नाटक के मैसूर से लाइ गई थीं। इस संदूक पर जो नक्काशी की गई है. यह कला बहुत ही प्रसिद्ध है। एक कला कई पीढ़ियों से चली आ रही है।हाथों से बनाये गए इस चांदी के संदूक में प्रतीकात्मक रूप से दस दान या दास दानम होते हैं जो केवल खास मौकों पर ही दिए जाते हैं।
चांदी का दिया : पीएम मोदी ने जो बाइडेन को दस उपहारों में चांदी का दिया भी दिया है। इसे कोलकता की पांचवीं पीढ़ी के कारीगरों ने तैयार किया है। भारतीय परम्पराओं में दीया का बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान होता है। भारत में हर शुभ कार्य करने से पहले दीया जलाया जाता है। प्रतिदिन जिस जगह दीया जलाया जाता है ,वह स्थान बहुत ही पवित्र माना जाता है।
उत्तर प्रदेश का ताम्रपत्र: जो बाइडेन को पीएम मोदी ने एक तांबे की प्लेट उपहार में दिए हैं जिस पर श्लोक लिखा हुआ है। इसे ताम्रपत्र भी कहा जाता है। इसे उत्तर प्रदेश से भेजा गया है। प्राचीन समय में इसका उपयोग मंत्र लिखने या रिकार्ड रखने के काम में उपयोग किया जाता था। साथ ही पीएम मोदी ने जो बाइडेन को चांदी का नारियल भी दिया। यह उपहार गाय के स्थान पर भारत में चांदी का नारियल देने की परम्परा है। इसे भी बंगाल के कारीगरों ने तैयार किया है।
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