गुफा में लगाए गए नर-कंकाल, टिमटिमाती लाल रोशनी और डरावने संगीत के बीच मां काल भैरवी की झलक और मणिकर्णिका घाट को हूबहू दर्शाया गया है। गुफा के कोनों में लटके हुए मानव खोपड़ी, चीत्कार करते पुतले और अंधेरे में झांकती लाल आंखें। यह सब देखकर लोग सहम भी जाते हैं और उत्साहित भी हो जाते हैं।
हालांकि, माहौल पूरी तरह डरावना है, फिर भी लोग गुफा में झूमते हुए जा रहे हैं, सेल्फी ले रहे हैं और इस भयानक अनुभव को कैमरे में कैद कर रहे हैं।
इसके अलावा देवरिया में इस नवरात्रि स्टेशन रोड पर शिव शक्ति क्लब की ओर से बनाया गया ‘नीला ड्रम वाला पंडाल’ शहरवासियों के लिए चर्चा का विषय बन गया है। मेरठ कांड पर आधारित यह अनोखा दुर्गा पंडाल न सिर्फ भक्ति का केंद्र है, बल्कि सामाजिक जागरूकता का भी प्रतीक बन रहा है।
पंडाल की थीम मेरठ कांड से प्रेरित है, जिसमें एक महिला ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर पति की हत्या कर शव को नीले ड्रम में छिपा दिया था। इस घटना को कला के माध्यम से प्रभावशाली ढंग से दर्शाया गया है।
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