उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स ने मौनी अमावस्या के दिन प्रयागराज महाकुंभ मेले में हुई भगदड़ की जांच तेज कर दी है। घटना के पीछे कोई साजिश थी या नहीं, इस नजरिये से उत्तर प्रदेश एसटीएफ की एक टीम जांच कर रही है| यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि महाकुंभ मेले में भगदड़ के पीछे कोई साजिश तो नहीं थी| जांच के तहत यूपी एसटीएफ संगम नाका के आसपास सक्रिय 16,000 मोबाइल नंबरों के डेटा की जांच कर रही है| जांच में पता चला है कि इनमें से कई नंबर अब बंद हो चुके हैं।
घटना के बाद से कई मोबाइल नंबर ब्लॉक: सूत्रों के मुताबिक, 16 हजार से ज्यादा मोबाइल नंबरों के डेटा का विश्लेषण किया जा रहा है| महाकुंभ मेला क्षेत्र में बने कमांड एंड कंट्रोल रूम के सीसीटीवी से फेस रिकग्निशन ऐप के जरिए संदिग्धों की पहचान की जा रही है|
वसंत पंचमी स्नान को लेकर उत्तर प्रदेश पुलिस हाई अलर्ट पर है| इस बीच, वसंत पंचमी के अवसर पर सोमवार सुबह होने वाले तीसरे अमृत स्नान से पहले इलाके में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है| चौथा महास्नान 12 फरवरी को माघ पूर्णिमा पर होगा, जबकि आखिरी स्नान 26 फरवरी को महाशिवरात्रि पर होगा|
तीसरा अमृत स्नान सोमवार को: वसंत पंचमी के मौके पर महाकुंभ का तीसरा अमृत स्नान सोमवार सुबह 5 बजे शुरू होगा| सबसे पहले सुबह 4 बजे पंचायती अखाड़ा अमृत स्नान के लिए संगम घाट पहुंचेगा| इसके बाद एक-एक कर बाकी 12 अखाड़े भी संगम में स्नान करेंगे| मौनी अमावस्या के दिन 29 और 30 जनवरी की दरमियानी रात करीब 2 बजे प्रयागराज महाकुंभ में भगदड़ मच गई| घटना के करीब 16 घंटे बाद महाकुंभ प्रशासन ने 30 श्रद्धालुओं की मौत और 60 के घायल होने की सूचना दी|
श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए उपाय योजना 29-30 जनवरी के बीच महाकुंभ मेले में हुई भगदड़ के बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने भीड़ प्रबंधन और श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए सख्त कदम उठाए हैं| इसके तहत मुख्य स्नान पर्व के एक दिन पहले और एक दिन बाद शहर में वाहनों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है और सभी वीआईपी पास रद्द कर दिये गये हैं|
महाकुंभ मेले को शहर से जोड़ने वाले सभी 40 पंटून पुल खोल दिए गए हैं। इससे पहले, वैध पास वाले वाहनों को महाकुंभ मेला क्षेत्र में स्थापित विभिन्न शिविरों में प्रवेश की अनुमति थी। वीआईपी पास वाले लोगों को विभिन्न अखाड़ों और भिक्षुओं के तंबुओं में जाने की अनुमति दी गई।
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