नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार की रात में मची भगदड़ में 18 लोगों की मौत के बाद प्रयागराज में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है| साप्ताहिक छुट्टी के कारण शनिवार से ही प्रयागराज में लाखों श्रद्धालु पहुंच रहे हैं| इसी के साथ एक बार फिर शहर और मेला क्षेत्र श्रद्धालुओं का ज्वार उमड़ता दिखाई दे रहा है|
नई दिल्ली भगदड़ के बाद ही सीएम योगी ने उत्तर प्रदेश में हाई अलर्ट घोषित किया था| उसके बाद सभी जिला अधिकारियों को या निर्देश दिए गए थे, कि वे अपने-अपने जिले के रेलवे स्टेशन पहुंचे और वहां की व्यवस्थाओं को परखें| उन्हें सुविधानुसार प्रयागराज भेजा जाए| साथ ही प्रयागराज से जो यात्री वापस आ रहे हैं, उन्हें भी सकुशल घर पहुंचने के लिए व्यवस्थाएं की जाएं| डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह ने कई यात्रियों से भी बात की| कहा कि वह बिना घबराए अपनी सुविधा के अनुसार ट्रेन में यात्रा करें|
बता दें कि आलम यह है कि प्रयागराज को जोड़ने वाले सभी प्रमुख मार्गों पर 10 से 25 किमी लंबा जाम लगा है| यही हाल शहर के अंदर भी है| इसको देखते हुए मेला क्षेत्र में भारी एहतियात बरती जा रही है| भीड़ की वजह से मेला क्षेत्र में वाहनों के प्रवेश पर पूरी तरह रोक लगा दी गई है| संगम रेलवे स्टेशन पहले से बंद है| बाकी स्टेशनों पर भी भीड़ जमा न हो पाए, इसका विशेष ध्यान रखा जा रहा है| इसके अलावा सभी तरह के पास भी रद्द कर दिए गए हैं|
वही, दूसरी ओर वाराणसी में अनुमान के मुताबिक फिलहाल 20 लाख श्रद्धालु महाकुंभ से पहुंचे हैं| इसके देखते हुए अतिरिक्त फोर्स के साथ जगह-जगह बैरिकेडिंग की गई है| वहीं 26 फरवरी तक गंगा आरती पर भी रोक लगा दी गई है| साथ ही शाम 6 बजे के बाद गंगा में नावों के संचालक पर भी प्रतिबंध है|
शनिवार को महाकुंभ के 34वें दिन 1.36 करोड़ श्रद्धालुओं ने पुण्य की डुबकी लगाई है,जबकि रविवार को भी सुबह दस बजे तक यह संख्या 59.55 लाख पर पहुंच गई है| महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या पहले ही 50 करोड़ को पार कर चुकी है| इस तरह से देखा जाए तो रविवार को पहुंचे श्रद्धालुओं को मिलाकर यह संख्या 52 करोड़ के पार पहुंच जाएगी|
प्रयागराज में महाकुंभ में जुटने वाली भीड़ को देखते हुए प्रयागराज संगम स्टेशन पहले से ही बंद है| इसके बाद बाकी के 8 रेलवे स्टेशनों पर इसका खास ध्यान रखा जा रहा है कि भीड़ न जुटने पाए| प्रयागराज समेत सभी स्टेशनों पर पहुंचने वाले यात्रियों को पहले यात्री बाड़े में रोका जा रहा है| ट्रेन आने पर ही उनको प्लेटफॉर्म पर जाने दिया जा रहा है|
इसी तरह आने-जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए अलग-अलग मार्ग बनाए गए हैं| इससे भीड़ जमा नहीं हो पा रही है| फिर भी श्रद्धालुओं की संख्या इतनी ज्यादा है कि हर तरफ लोगों का रेला दिखाई दे रहा है और शहर के सभी मार्गों पर सिर्फ लोग ही लोग नजर आ रहे हैं|
महाकुंभ में संगम में डुबकी लगाने की आकांक्षा लिए सभी श्रद्धालु संगम नहीं पहुंच पा रहे हैं|झूंसी रूट से आने वाले श्रद्धालुओं को वहीं पास के ही घाटों पर स्नान कराया जा रहा है,जबकि लखनऊ रूट से आने वाले श्रद्धालु फाफामऊ घाट पर डुबकी लगा रहे हैं| प्रयागराज जंक्शन से आने वाले श्रद्धालुओं को संगम की ओर भेजा जा रहा है| इसी तरह बाकी स्टेशनों से प्रयागराज पहुंचने वालों की भीड़ को देखते हुए डायवर्ट किया जा रहा है|
रविवार साप्ताहिक छुट्टी होने के कारण प्रयागराज को जोड़ने वाले प्रमुख मार्गों पर फिर से लंबा जाम लग गया है| शनिवार से ही महाकुंभ के लिए लाखों श्रद्धालु पहुंचने लगे हैं| इसी के साथ एक बार फिर मौनी जैसी भीड़ प्रयागराज में जुटने लगी है| सभी हाईवे पर 10 से 25 किमी तक लंबा जाम लगा है| लोग 10-15 घंटे तक जाम में फंसे रहने के लिए मजबूर दिखाई दे रहे हैं|
यात्रियों की सुविधा के लिए प्रयागराज जाने वाली ट्रेनों को अतिरिक्त समय तक रोका जा रहा है| इसके साथ ही रेलवे की अधिकारी खुद रेलवे स्टेशन पर नजर रखे हुए हैं| प्लेटफार्म पर केवल उन्हीं लोगों को प्रवेश दिया जा रहा है, जिन्हें यात्रा करनी है अन्य लोगों को सर्कुलेटिंग और होल्डिंग एरिया में भेजा जा रहा है, उसके साथ ही लोगों को पब्लिक एड्रेस सिस्टम से लगातार को स्पेशल ट्रेनों की जानकारी दी जा रही है|
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