प्रयागराज। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की मौत जांच सीबीआई ने तेज कर दी है। नरेंद्र गिरि की मौत के बाद श्री मठ बाघंबरी गद्दी में हुई एक घटना की चर्चा हो रही है,महंत नरेंद्र गिरि को समाधि दिए जाने के बाद मठ में एक चमत्कारिक घटना हुई है, जिसको लेकर लोग तरह तरह की चर्चाएं कर रहे हैं,महंत नरेंद्र गिरि की संदिग्ध मौत 20 सितंबर को हुई थी, उनका शव कमरे में फांसी के फंदे पर लटका मिला था। जिसके दो दिन के बाद 22 सितंबर को महंत नरेंद्र गिरि को समाधि दी गई थी। समाधि देने के 12 घंटे बाद मौसम खराब हुआ और तेज गड़गड़ाहट के साथ आकाशीय बिजली गिरी। यह आकाशीय बिजली मठ के ऊपर लगे धर्म ध्वजा पर गिरी।
जिससे मठ के शिखर पर लगे चार धर्म ध्वजा पताकाओं में से एक ध्वज पताका गिर गई, जबकि एक पताका बुरी तरह से झुलस कर फट गई है. जिसे अभी भी साफ तौर पर मठ के शिखर पर देखा जा सकता है। दो पताकाएं अभी भी पूरी तरह से सुरक्षित हैं। पताकाओं के बीच स्थित प्लास्टिक की पानी की टंकी को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है। मठ में रहने वाले सेवादार इसे ही चमत्कारिक घटना मान रहे हैं. लोगों का कहना है कि महंत नरेंद्र गिरि एक पुण्य आत्मा थे, दीन दुखियों की हमेशा मदद करते थे। श्री मठ बाघंबरी गद्दी पर आकाशीय बिजली गिरने के बाद कोई नुकसान नहीं हुआ. बाघंबरी गद्दी में हुई इस घटना को लेकर मठ में रहने वाले लोगों से लेकर बाहर तक के लोगों में इसकी चर्चा तेज हो गई है।