PM Modi ने मन की बात रेडियो कार्यक्रम के माध्यम से देश के लोगों को संबोधित किया. पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि सौ करोड़ वैक्सीन का आंकड़ा छूना देश के लिए बहुत बड़ी उपलब्धि है. ये हमारी एकता को प्रदर्शित करता है। पीएम मोदी ने कहा कि 100 करोड़ वैक्सीन डोज के बाद आज देश नए उत्साह, नई ऊर्जा से आगे बढ़ रहा है. हमारे वैक्सीन कार्यक्रम की सफलता, भारत के सामर्थ्य को दिखाती है, सबके प्रयास के मंत्र की शक्ति को दिखाती है.100 करोड़ वैक्सीन डोज का आंकड़ा बहुत बड़ा जरुर है, लेकिन इससे लाखों प्रेरक और गर्व से भर देने वाले अनुभव व उदाहरण जुड़े हुए हैं. हमारे स्वास्थ्य-कर्मियों ने अपने अथक परिश्रम और संकल्प से एक नई मिसाल पेश की है। देश के लोगों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि हेल्थ वर्कर के परिश्रम की वजह से ही भारत सौ-करोड़ वैक्सीन डोज का पड़ाव पार कर सका है. आज मैं आपका और हर उस भारतवासी का आभार व्यक्त कर रहा हूं, जिसने ‘सबको वैक्सीन-मुफ्त वैक्सीन’ अभियान को इतनी ऊंचाई दी, कामयाबी दी. उन्होंने कहा कि गुजरात पुलिस ने स्टैच्यू ऑफ यूनिटी तक बाइक रैली निकाली है, त्रिपुरा पुलिस त्रिपुरा से स्टैच्यू ऑफ यूनिटी तक बाइक रैली कर रही है, जम्मू-कश्मीर पुलिस भी उरी से पठानकोट तक बाइक रैली निकालकर देश की एकता का संदेश दे रही है।
मैं इन सभी जवानों को सैल्यूट करता हूं। पीएम मोदी ने कहा कि 31 अक्तूबर को सरदार पटेल जी की जन्म जयंती है। इस दिन को हम ‘राष्ट्रीय एकता दिवस’ के रूप में मनाते हैं. हम सभी का दायित्व है कि हम एकता का संदेश देने वाली किसी-ना-किसी गतिविधि से जरुर जुड़ें. मैं लौहपुरुष को नमन करता हूं. सरदार साहब कहते थे कि “हम अपने एकजुट उद्यम से ही देश को नई महान ऊंचाइयों तक पहुंचा सकते हैं. अगर हममें एकता नहीं हुई तो हम खुद को नई-नई विपदाओं में फंसा देंगे। देश के सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने हाल ही में सरदार साहब पर एक सचित्र जीवनी भी पब्लिश की है. मैं चाहूंगा कि हमारे सभी युवा-साथी इसे जरुर पढ़ें। इससे आपको दिलचस्प अंदाज में सरदार साहब के बारे में जानने का अवसर मिलेगा। साथियो, हमारे यहां लोरी के जरिए छोटे बच्चों को संस्कार दिए जाते हैं, संस्कृति से उनका परिचय करवाया जाता है। श्रोताओं के सुझाव के बाद संस्कृति मंत्रालय ने इससे जुड़ी प्रतियोगिता कराने का निर्णय लिया गया है। इस समय हम अमृत महोत्सव में देश के वीर बेटे-बेटियों को को याद कर रहे हैं।
अगले महीने, 15 नवम्बर को हमारे देश के ऐसे ही महापुरुष, वीर योद्धा, भगवान बिरसा मुंडा जी की जन्म-जयंती आने वाली है. बिरसा मुंडा ने आंदोलन के माध्यम से अंग्रेजों की जड़ें हिलाकर रख दी. वे प्राकृति प्रेमी थे। हमें उनसे बहुत कुछ सीखने की जरूरत है, ब्रिटिश हुकुमत बिरसा मुंडा से डरने लगी थी। वे अंदोलन करके अपने क्षेत्र को बचा रहे थे। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत ने सदैव विश्व शांति के लिए काम किया है। गरीबी हटाने, क्लाइमेट चेंज और श्रमिकों से संबंधित मुद्दों के समाधान में भारत अग्रणी भूमिका है। इसके अलावा योग और आयुष को लोकप्रिय बनाने के लिए भारत विश्व स्वास्थ्य संगठन के साथ मिलकर काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि अटल जी की ये बातें हमें आज भी दिशा दिखाती हैं। इस धरती को एक बेहतर और सुरक्षित ग्रह बनाने में भारत का योगदान, विश्व भर के लिए बहुत बड़ी प्रेरणा है। सयुंक्त राष्ट्र के बारे में बात करते हुए आज मुझे अटल जी के शब्द भी याद आ रहे हैं।