माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्या नडेला ने एआई यानी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में भारत को पहली प्राथमिकता वाला देश बनाने का इरादा जताते हुए एक बड़ी घोषणा की है। उन्होंने घोषणा की है कि अगले दो वर्षों में माइक्रोसॉफ्ट भारत में एआई से संबंधित कौशल विकास और बुनियादी ढांचे के विकास के लिए 3 बिलियन डॉलर का निवेश करेगा।मंगलवार को बेंगलुरु में माइक्रोसॉफ्ट एआई टूर इवेंट में बोलते हुए सत्या नडेला ने यह घोषणा की।
अगले दो वर्षों में ये सभी निवेश माइक्रोसॉफ्ट द्वारा किए जाएंगे और कंपनी ने भारत में नए डेटा सेंटर स्थापित करने की योजना बनाई है। फिलहाल माइक्रोसॉफ्ट के भारत में तीन डेटा सेंटर हैं। अगले दो साल में यानी 2026 तक कंपनी का चौथा डेटा सेंटर भी चालू होने की संभावना है।
भारत में एआई कौशल विकास पहल: इस बीच, सत्य नडेला ने भारत में निवेश की घोषणा करते हुए यह भी घोषणा की है कि वह भारतीय युवाओं को एआई कौशल विकसित करने के लिए प्रशिक्षित करेंगे|माइक्रोसॉफ्ट के एडवांटेज इंडिया प्रोग्राम के तहत कंपनी ने अगले पांच वर्षों में कम से कम 1 करोड़ भारतीयों को एआई में प्रशिक्षित करने की योजना बनाई है। यह निर्णय माइक्रोसॉफ्ट की ग्लोबल स्किल्स फॉर सोशल इम्पैक्ट पहल के हिस्से के रूप में लिया गया है। यह प्रशिक्षण भारत सरकार, गैर सरकारी संगठनों और पेशेवर संघों की मदद से प्रदान किया जाएगा।
एक साल में 24 लाख लोगों को ट्रेनिंग: कंपनी ने साफ किया है कि माइक्रोसॉफ्ट ने पिछले साल 24 लाख भारतीयों को इस तरह की ट्रेनिंग दी है। दिलचस्प बात यह है कि इसमें 65 फीसदी महिला प्रशिक्षु शामिल थीं| कंपनी के मुताबिक, इसके अलावा कुल प्रशिक्षुओं में से 74 प्रतिशत दूसरे या तीसरे स्तर के शहरों से थे।
“भारत एआई के क्षेत्र में नेतृत्व की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। इससे देशभर में नए अवसर पैदा हो रहे हैं।आज हम एआई से संबंधित बुनियादी ढांचे और कौशल विकास के लिए जिस निवेश की घोषणा कर रहे हैं, वह भारत को एआई क्षेत्र में आगे ले जाने की हमारी प्रतिबद्धता का हिस्सा है। इस अवसर पर सत्या नडेला ने कहा, इस निवेश से देश भर के व्यक्तियों और संगठनों को बड़े पैमाने पर लाभ होगा।
यह भी पढ़ें-
अमित शाह ने लॉन्च किया ‘भारतपोल’, ‘इंटरपोल’ के साथ बढ़ाएंगे सहयोग!