गुजरात के मोरबी में माच्छू नदी पर 100 साल पुराने पुल के गिरने से अब तक 140 लोगों की मौत हो चुकी है| इस त्रासदी के बाद पूरे देश से शोक व्यक्त किया जा रहा है| इसी बीच पुल गिरने की सीसीटीवी फुटेज सामने आई है और कुछ युवक पुल पर कूदते नजर आ रहे हैं| कुछ चश्मदीद दावा कर रहे हैं कि पुल पर यह हादसा कुछ युवकों की शरारत के कारण हुआ।
सीसीटीवी में पुल पर युवकों की भीड़ दिख रही है। इस समय जहां कुछ युवक फोटोशूट करा रहे हैं तो उनके सामने खड़ा युवक पुल पर कूदता नजर आ रहा है| इस बीच वीडियो में पुल की हालत भी साफ नजर आ रही है| इसके कुछ देर बाद ही पुल गिर जाता है और सभी नदी में गिर जाते हैं।
हादसे में अहमदाबाद निवासी विजय गोस्वामी और उनका परिवार बाल-बाल बच गया। रविवार दोपहर गोस्वामी अपने परिवार के साथ इस पुल पर घूमने गए थे। इसी दौरान उन्होंने देखा कि कुछ युवक जानबूझकर पुल को हिला रहे हैं। आगे के खतरे को देखते हुए वे इस पुल से आधे रास्ते पीछे हट गए। कुछ ही घंटों के बाद पुल माचू नदी में गिर गया।
जब युवक ने जानबूझकर पुल को हिलाया तो नागरिकों का चलना मुश्किल हो गया। इसकी जानकारी पुल कर्मियों को दी गई। हालांकि, उक्त मामले को लेकर उनके द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गयी|
घटना रविवार शाम करीब 6.30 बजे की है। क्षेत्र में एक प्रमुख पर्यटक आकर्षण पुल, छह महीने के लिए नवीनीकरण के लिए बंद कर दिया गया था। एक निजी ठेकेदार द्वारा मरम्मत के बाद, 26 अक्टूबर, गुजराती नव वर्ष पर पुल को फिर से खोल दिया गया था।
हालांकि जानकारी है कि नगर पालिका ने इस पुल के उपयोग योग्य होने का प्रमाण पत्र नहीं दिया था| दिवाली की छुट्टी और रविवार होने के कारण पुल पर पर्यटकों की भीड़ लगी रही। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि महिलाओं और बच्चों की संख्या अधिक थी। प्रारंभिक अनुमान है कि अधिक भीड़ के कारण पुल ढह गया।
मृतकों के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से दो लाख रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की गई है| गुजरात के मुख्यमंत्री ने भी मृतकों के परिजनों को 4 लाख रुपये और घायलों को 50,000 रुपये की सहायता देने की घोषणा की है। इस घटना पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने दुख जताया है|
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