राधिका की दोस्त हिमांशिका सिंह राजपूत ने वीडियो में बताया कि हम बेस्ट फ्रेंड थे। हम पिछले आठ-दस साल से बहुत क्लोज थे। मैंने उसको अब खो दिया है। मैं उसका शव देखकर आई हैं। वीडियो का मुख्य कारण यही है कि आप लोग सब जान पाओ कि राधिका यादव कौन थी।
उसे फोटो शूट कराना और वीडियो बनाना बहुत पसंद था। हिमांशिका ने बताया कि “उसका गीत कारवां यूं ही चलता रहा मेरा, दिन भी यूं ढलता रहा मेरा, फिर तुम्हारी याद आई हमको…” एक नॉर्मल वीडियो थी। इस पिता ने इस वीडियो के लिए उसे इजाजत दी थी।
उसके अलावा भी उसके काफी वीडियो थे। धीरे-धीरे करके सब चीजें बंद हो गईं क्योंकि परिजन ऐसी बातें करते थे कि लोग क्या कहेंगे। उसपर काफी पाबंदियां थीं। उसका परिवार काफी ऑर्थोडॉक्स था। उसके परिवार को हर चीज से परेशानी होती थी। हर चीज में रोका-टोकी होती थी।
हिमांशिका ने बताया कि हम और राधिका 2012-13 में साथ में ट्रैवल भी करते थे। आपस में भी कई सारे मैच खेले हैं। वो किसी से ज्यादा बात नहीं करती थी। वो अपने परिजन के साथ ही रहती थी। लव जिहाद के बारे में बात हो रही है। किसी के पास कोई सबूत हो तो दिखाओ। वो किसी के बात भी नहीं करती थी।
राधिका की बेस्ट फ्रेंड हिमांशिका सिंह ने वीडियो में कहा कि उसके घर में बहुत ज्यादा पाबंदियां थीं। उसे काफी समय से अपने घर में घुटन महसूस होती थी। उसे हर एक सवाल का जवाब देना पड़ता था। वीडियो कॉल्स पर भी दिखाना पड़ता था कि किससे बात कर रहे हो। वो कहती थी कि हिमांशिका से बात कर रही हूं। मैं उसके घर भी जाती थी।
हिमांशिका सिंह ने इंस्टाग्राम पर राधिका की मौत के बाद एक वीडियो भी पोस्ट किया है, इस वीडियो में राधिका और हिमांशिका साथ में मस्ती करती दिख रही हैं। दोनों काफी एंजॉय भी करती दिख रही हैं। वीडियो में राधिका यादव की आवाज भी सुनी जा सकती हैं। राधिका ने हिमांशिका को ऑडियो मैसेज भी भेजा था।
राज्य स्तरीय महिला टेनिस खिलाड़ी राधिका यादव की गुरुवार की सुबह पिता ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। उसकी पीठ में चार गोलियां मारी गईं थीं। राधिका के चाचा कुलदीप ने बताया कि वह अपने बेटे के साथ घर पर थे। इसी दौरान उन्होंने गोली की आवाज सुनी तो वह घर की पहली मंजिल पर पहुंचे। यहां उन्होंने देखा कि राधिका रसोई में खून से लथपथ पड़ी थी। जबकि रिवॉल्वर ड्राइंग रूम में पड़ी थी।
वह अपने बेटे के साथ मिलकर राधिका को निजी अस्पताल में उपचार के लिए ले गए, जहां पर राधिका को मृत घोषित कर दिया गया। इस दौरान राधिका की मां भी घर में ही मौजूद थीं। रिमांड पूरा होने के बाद शनिवार को आरोपी पिता को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
रिमांड के दौरान पूछताछ में सामने आया कि दीपक यादव को गांव के कुछ लोग उसकी बेटी के एकेडमी चलाने के लिए टोकते थे। उसके चरित्र पर भी अंगुली उठाते थे। ऐसे में दीपक ने बेटी को एकेडमी बंद करने के कहा था, लेकिन वह नहीं मानी और उसने खिलाड़ियों को टेनिस कोर्ट में प्रशिक्षण देना जारी रखा।
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