कर्नाटक के पूरे मसले को देखते हुए उन्होंने कहा कि राज्य का शिक्षा विभाग एक यूनिफॉर्म ड्रेस कोड पर काम कर रहा है और इसका किसी मजहब या समुदाय से कोई लेना-देना नहीं है। परमार ने कहा कि विभाग स्कूल के ड्रेस कोड पर काम कर रहा है जो कि सिर्फ एकरूपता और समानता लाने के लिए है। हिजाब बैन किए जाने के सवाल पर परमार ने कहा कि यूनिफॉर्म किसी समुदाय की नहीं होती, ये सबके लिए है। लेकिन ये देखना दुखद है कि लोग इसे कम्युनिटी से जोड़ रहे हैं।
इस पूरे मामले पर भोपाल मध्य से कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने अपनी प्रतिक्रिया देते कहा कि परमार को शिक्षा के स्तर पर सोचना चाहिए। यह एक सच्चाई है कि हिजाब ने कभी भी शिक्षा को पिछले 70 वर्षों में कोई नुकसान नहीं पहुँचाया। एक समय था जब लोगों को मास्क लगाने की सलाह दी जाती थी। कांग्रेस विधायक ने कहा कि अगर ऐसा कुछ लागू किया गया तो उसका विरोध किया जाएगा।
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