पटना। झारखंड विधानसभा में नमाज के लिए हेमंत सरकार द्वारा आवंटित किये कमरे का मामला थमा नहीं था कि अब बीजेपी विधायक ने बिहार विधानसभा में हनुमान चालीसा पढ़ने की अनुमति मांगी है। भाजपा विधायक हरि भूषण ठाकुर बचौल ने बिहार सरकार से विधानसभा में हनुमान चालीसा पढ़ने और छुट्टी देने की मांग की है।
मालूम हो कि झारखण्ड विधानसभा में नमाज कमरा अलॉट करने के बाद से बीजेपी भी बहुसंख्यों के लिए भी अलग कमरा आवंटित करने की मांग कर रही है। इसी कड़ी में उसने सोमवार को विधानसभा में भजन कीर्तन किया। हरी भूषण ठाकुर ने झारखंड सरकार के फैसले पर सवाल उठाते हुए कहा कि अगर ऐसी बात है तो बिहार विधानसभा में भी हनुमान चालीसा पढ़ने की इजाजत दी जाए। जुम्मे के दिन अगर नमाज पढ़ने के लिए छुट्टी दी जाती है, तो हनुमान चालीसा के पाठ के लिए भी छुट्टी मिलनी चाहिए।
बता दें कि भाजपा विधायक हरी भूषण ठाकुर ने कुछ महीने पहले ही भारत को विकसित देश बनाने के लिए जनसंख्या नियंत्रण कानून को बेहद जरूरी बताते हुए कहा था कि यह कानून पूरे देश में लागू होना चाहिए। देश में संसाधन सीमित हैं। भाजपा विधायक से जब जदयू के मुस्लिम नेताओं को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने अपने सहयोगी दल की राष्ट्र भक्ति पर भी सवाल खड़े कर दिए थे।
बता दें कि झारखंड विधानसभा में कमरा नंबर 348 नमाज पढ़ने के लिए आवंटित किया गया है। बीजेपी द्वारा इसका विरोध करने पर हेमंत सरकार ने इसे पुरानी परंपरा बताया है। झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा था कि ये सब वोट बैंक की राजनीति है। तुष्टिकरण के लिए ये सब हो रहा है। लोकतंत्र के मंदिर पर सरकार ने धब्बा लगाया है।
बता दें कि भाजपा विधायक हरी भूषण ठाकुर ने कुछ महीने पहले ही भारत को विकसित देश बनाने के लिए जनसंख्या नियंत्रण कानून को बेहद जरूरी बताते हुए कहा था कि यह कानून पूरे देश में लागू होना चाहिए। देश में संसाधन सीमित हैं। भाजपा विधायक से जब जदयू के मुस्लिम नेताओं को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने अपने सहयोगी दल की राष्ट्र भक्ति पर भी सवाल खड़े कर दिए थे।
बता दें कि झारखंड विधानसभा में कमरा नंबर 348 नमाज पढ़ने के लिए आवंटित किया गया है। बीजेपी द्वारा इसका विरोध करने पर हेमंत सरकार ने इसे पुरानी परंपरा बताया है। झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा था कि ये सब वोट बैंक की राजनीति है। तुष्टिकरण के लिए ये सब हो रहा है। लोकतंत्र के मंदिर पर सरकार ने धब्बा लगाया है।