अमेरिकी शार्ट सेलर फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट इस साल की शुरुआत में भारत में तब सुर्खियां बटोरीं थी, जब उसने “अडानी ग्रुप” पर कई गंभीर आरोप लगाए। हिंडनबर्ग ने अडानी ग्रुप पर स्टॉक हेरफेर और अकाउंंटिंग फ्रॉड का आरोप लगाया। इस रिपोर्ट के बाद, अडानी ने एशिया और भारत के सबसे अमीर के रूप में अपना खिताब खो दिया।
23 मार्च को हिंडनबर्ग रिसर्च के फाउंडर ने सुबह ट्वीट कर नए खुलासे के बारे में जानकारी दी। हिंडनबर्ग की इस नई रिपोर्ट में जैक डोर्सी की अगुवाई वाली कंपनी ब्लॉक इंक पर आरोप लगाया गया है कि कंपनी ने फर्जी तरीके से अपने यूजर्स की संख्या बढ़ाई। साथ ही ये भी आरोप लगा है कि अपनी ग्राहक अधिग्रहण लागत को कंपनी ने कम कर दिया है। इस रिपोर्ट के आने के बाद से ही ब्लॉक इंक के शेयरों में बड़ी गिरावट देखने को मिली है।
हिंडनबर्ग की वेबसाइट पर जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि ब्लॉक इंक के खिलाफ दो साल तक की गई जांच से पता चलता है कि कंपनी ने व्यवस्थित रूप से डेमोग्राफिक्स का लाभ उठाया है, जो गलत है। रिपोर्ट की मानें तो ब्लॉक ने निवेशकों को गुमराह किया और तथ्यों के साथ खिलवाड़ किया है। बता दें कि हिंडनबर्ग रिसर्च एक अमेरिकी की शॉर्ट सेलर रिसर्च कंपनी है, जिसके फाउंडर का नाम नाथन एंडरसन हैं।
ये भी देखें
अडाणी ग्रुप का लंदन, दुबई और अमेरिका में रोड-शो, जानिए क्या है वजह