लखनऊ। झारखंड से शुरू हुआ विधानसभा(विस) में नमाज कक्ष आवंटन के बाद बिहार होते हुए उत्तर प्रदेश तक पहुंच गया है। उत्तर प्रदेश के सपा विधायक इरफ़ान सोलंकी ने मंगलवार को यूपी विधानसभा में नमाज कमरा आवंटित करने की मांग की। उन्होंने इस संबंध में अध्यक्ष से विचार करने का अनुरोध किया। वहीं, बिहार के बीजेपी विधायक हरि भूषण ठाकुर ने कहा कि जब झारखंड सरकार ऐसा फैसला कर सकती है तो बिहार विधानसभा में भी हनुमान चालीसा पढ़ने की इजाजत दी जाए। जुम्मे के दिन अगर नमाज पढ़ने के लिए छुट्टी दी जाती है, तो हनुमान चालीसा के पाठ के लिए भी छुट्टी मिलनी चाहिए।
कानपुर में सीसामऊ निर्वाचन क्षेत्र से विधायक सोलंकी ने कहा, “मैं पिछले 15 वर्षों से विधायक हूं। कई बार जब विधानसभा की कार्यवाही चल रही होती है तो हम मुस्लिम विधायकों को नमाज अदा करने के लिए विधानसभा से बाहर जाना पड़ता है। अगर विधानसभा में नमाज के लिये एक छोटा प्रार्थना कक्ष हो तो हमें सदन कार्यवाही नहीं छोड़नी पड़ेगी । कई बार यदि आपको सवाल पूछना है और आपका समय आने वाला हैं तभी अज़ान का समय आ जाता है, आप या तो नमाज अदा करें या सवाल पूछें ।’
अखिलेश यादव की भी राय लें : सपा विधायक की इस मांग के बारे में मंगलवार को राज्य की राजधानी लखनऊ में मौजूद ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी से जब सवाल किया गया तो उन्होंने व्यंगात्मक लहजे में कहा कि विधायक को इस बारे में अपनी पार्टी मुखिया अखिलेश यादव की भी राय ले लेनी चाहिए।सोलंकी ने कहा, “अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों पर भी इबादत के लिए जगह होती है। विधानसभा अध्यक्ष इस पर विचार कर सकते हैं और इससे किसी को नुकसान नहीं होगा।” सोलंकी की यह मांग तब आई है जब झारखंड में विपक्षी भाजपा नमाज पढ़ने के लिए एक कमरा आवंटित करने के कदम का विरोध कर रही है।
कोई पत्र या अनुरोध नहीं मिला : इस संदर्भ में विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने मंगलवार को कहा कि उन्हें या उनके कार्यालय को इरफान सोलंकी का कोई पत्र नहीं मिला है, पत्र मिलने पर वह अधिकारियों के साथ विमर्श कर नियम संगत फैसला करेंगे। सपा विधायक ने बताया कि उन्होंने इस संबंध में विधानसभा अध्यक्ष को लिखित में कुछ नहीं दिया है। इस सिलसिले में संपर्क करने पर विधानसभा अध्यक्ष ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘इरफान सोलंकी विधानसभा के आदरणीय सदस्य हैं लेकिन हमारे घर या हमारे कार्यालय के पास उनका इस सिलसिले में कोई पत्र या अनुरोध नहीं मिला है। हम हर आवेदन पर नियम संगत निर्णय लेते हैं।’ यह पूछे जाने पर कि क्या उनका आवेदन आएगा तो आप विधानसभा में नमाज के लिए कक्ष आवंटित करेंगे, दीक्षित ने कहा कि ‘अधिकारियों के साथ विमर्श करके नियम संगत फैसला करेंगे और अगर जरूरत हुई तो इस मामले में वरिष्ठजनों से परामर्श करेंगे।’
झारखंड विधानसभा में कमरा आवंटित: गौरतलब हैं कि झारखंड विधानसभा अध्यक्ष ने नमाज अदा करने के लिए विधानसभा का एक कमरा आवंटित किया था, जिसके बाद भाजपा ने विधानसभा परिसर में हनुमान मंदिर और अन्य धर्मों के पूजा स्थलों की मांग की। भाजपा ने कहा था कि सरकार को नमाज के कमरे पर दिये गये “असंवैधानिक और अलोकतांत्रिक निर्णय” को तुरंत रद्द करना चाहिए। संभल के समाजवादी पार्टी के सांसद शफीक-उर-रहमान बर्क ने मंगलवार को इस मामले पर वहां पत्रकारों से कहा, ‘‘ हमारी मांग रहेगी कि नमाज पढ़ने के लिए कमरा मुकर्रर किया जाए। मुसलमानों की नमाज तो बहुत खामोशी से होती है और सरकार इस मांग पर गौर करे तो इसमें कोई हर्ज नहीं है।
बिहार में भी उठी आवाज : बिहार के बीजेपी विधायक हरि भूषण ठाकुर ने कहा कि अगर झारखंड में ऐसी बात है तो बिहार विधानसभा में भी हनुमान चालीसा पढ़ने की इजाजत दी जाए। जुम्मे के दिन अगर नमाज पढ़ने के लिए छुट्टी दी जाती है, तो हनुमान चालीसा के पाठ के लिए भी छुट्टी मिलनी चाहिए।