महाराष्ट्र और गुजरात में गुलाब चक्रवात के बाद शाहीन तूफान का खतरा, अलर्ट

महाराष्ट्र और गुजरात में गुलाब चक्रवात के बाद शाहीन तूफान का खतरा, अलर्ट

नई दिल्ली। गुलाब चक्रवात का कहर अब भी जारी है। महाराष्ट्र के कई इलाकों में हो रही बारिश से आम जीवन अस्त व्यस्त है। मौसम विभाग के अनुसार गुलाब चक्रवात के बाद अब शाहीन चक्रवात का खतरा मंडराने लगा है। वहीं, मौसम विभाग ने शाहीन तूफान को लेकर महाराष्ट्र और गुजरात में अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग ने मछुआरों को 3 अक्टूबर तक समुद्र में न जाने की हिदायत दी है। अगले तीन दिनों तक महाराष्ट्र और गुजरात की हालत ख़राब रहने वाली है।

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के वैज्ञानिक आरके जेनामणि ने कहा है कि चक्रवाती तूफान गुलाब के कारण बना निम्न दबाव का क्षेत्र अब गुजरात तट, पूर्वोत्तर अरब सागर में है और 30 सितंबर तक एक डिप्रेशन में बदल जाएगा। 1 अक्टूबर यानी शुक्रवार से यह ‘शाहीन’ नाम का एक नया चक्रवात बन जाएगा। गुरुवार को चक्रवात गुलाब के बाकी हिस्से का अरब सागर में प्रवेश करने तथा मजबूत होकर चक्रवाती तूफान का रूप लेने तथा पाकिस्तान की ओर बढ़ने की संभावना है। मौसम विभाग ने कहा, ”इस बात की बड़ी संभावना है कि गुलाब चक्रवात पश्चिम-उत्तर-पश्चिम दिशा की ओर बढ़ेगा एवं उत्तर पूर्व अरब सागर में उभरकर गुरुवार तक गहरे दबाव में तब्दील होकर मजबूत हो जाएगा। उसके बाद उसके पश्चिम और पश्चिम-उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ने एवं अगले 24 घंटे में चक्रवाती तूफान का रूप लेने की प्रबल संभावना है।  उसके बाद वह भारतीय तट से दूर पाकिस्तान के मकरान तटों से टकरा सकता है।
मौसम विभाग के अनुसार, शाहीन चक्रवाती तूफान महाराष्ट्र और गुजरात के समुद्री तटों से दूर ही रह सकता है और 1 अक्टूबर तक ओमान की ओर बढ़ जाएगा, लेकिन संभावना है कि शाहीन तूफान के कारण महाराष्ट्र और गुजरात के समुद्री इलाके में भारी बारिश होगी। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार अगले दो से तीन दिनों तक गुजरात, मध्य महाराष्ट्र, कोंकण, मराठवाड़ा, सौराष्ट्र और कच्छ आदि में भारी बारिश होने की संभावना जताई गई है। देश के पूर्वी तट पर दस्तक देने वाले चक्रवात गुलाब के असर से मध्य महाराष्ट्र में भारी बारिश को देखते हुए आईएमडी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि मौसम प्रणाली एक और चक्रवाती तूफान शाहीन को जन्म दे सकती है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग के क्षेत्रीय मौसम केंद्र के प्रमुख डॉ. जयंत सरकार ने कहा कि इस तरह की घटनाएं अकसर नही होती। ‘शाहीन’ नाम कतर द्वारा दिया गया था, यह हिंद महासागर में एक उष्णकटिबंधीय चक्रवात का नामकरण करने के लिए सदस्य देशों में से एक है। बता दें कि गुलाब चक्रवात से मराठवाड़ा में भारी नुकसान हुआ है। प्रदेश में बाढ़ से हालत  बन गए है। शाहीन चक्रवात के आने से लोगों  और मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। मराठवाड़ा में गुलाब चक्रवात के कहर से 11 लोगों की जान चली गई है।

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