नई दिल्ली। अफ़ग़निस्तान के हालत पर बुधवार को भारत में होने वाली बैठक से पाकिस्तान और चीन ने कन्नी काट ली है। भारत इस बैठक की मेजबानी कर रहा है जबकि अध्यक्षता अजित डोभाल करेंगे। विदेश मंत्रालय द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, अफगानिस्तान पर इस राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार स्तर की वार्ता में ईरान, कजाकिस्तान, किर्गिज गणराज्य, रूस, ताजिकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान और उज्बेकिस्तान का प्रतिनिधित्व उनके संबंधित राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार करेंगे।
बता दें कि भारत, अफगानिस्तान में करीब 3 अरब अमेरिकी डॉलर से अधिक खर्च कर उसके पुनर्निर्माण में अहम भूमिका निभा चुका है।
NSA Ajit Doval will also hold bilateral meetings with Russian NSA Nikolai Patrushev, Secretary of Supreme National Security Council- Iran, Rear Admiral Ali Shamkhani and Chairman of Kazakhstan's National Security Committee, Karim Massimov on November 10
— ANI (@ANI) November 9, 2021
भारत के इस योगदान को तालिबान ने भी स्वीकार किया है। काबुल पर तालिबानी कब्जे के बाद भारत जी20 शिखर सम्मेलन हो, ब्रिक्स सभी में प्रमुखता से बोल रहा है। वहीं इस बैठक में भारत ने पाकिस्तान और चीन को भी आमंत्रित किया था। हालांकि, दोनों देशों ने अलग-अलग हवाला देते हुए इससे किनारा कर लिया है। अधिकारियों ने कहा कि भारत के निमंत्रण पर भारी प्रतिक्रिया मिली है, यह देखते हुए कि बैठक में उच्च स्तरीय भागीदारी अफगानिस्तान की स्थिति के बारे में क्षेत्रीय देशों की व्यापक और बढ़ती चिंता और एक दूसरे के साथ परामर्श और समन्वय करने की उनकी इच्छा को दशार्ती है।