रविवार (9 मार्च) को भाजपा नेता दिलीप घोष ने सोशल मीडिया एक्स पर काली मंदिर पर हमले और हिंदू देवता की मूर्ति के साथ तोड़फोड़ की जानकारी दी। यह घटना पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के बशीरहाट शहर के शंखचूरा बाजार की है, जहां काली माता के मंदिर पर असामाजिक तत्वों ने हमला किया। भाजपा नेता ने दावा किया है की काली माता के मंदिर पर हमला स्थानीय टीएमसी नेता शाहनूर मंडल के नेतृत्व में किया गया।
दिलीप घोष ने एक्स पर किए ट्वीट में कहा, “एक चौंकाने वाली घटना में, बशीरहाट पुलिस स्टेशन के अधिकार क्षेत्र में शंखचूरा बाज़ार में काली मंदिर में देवी काली की मूर्ति को तोड़ दिया गया। कथित तौर पर तोड़फोड़ की यह घटना निंदरिया पंचायत के शाहनूर मोंडल (टीएमसी) के नेतृत्व में हुई।”
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता अमित मालवीय ने भी हिंदू मंदिरों और देवी-देवताओं की मूर्तियों की सुरक्षा करने में विफल रहने के लिए राज्य की सत्तारूढ़ सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा, “…जादवपुर के बाद एक और घटना सामने आई है – बशीरहाट दक्षिण विधानसभा क्षेत्र में स्थित शंखचारा बाजार में देवी काली की मूर्ति को क्षतिग्रस्त कर दिया गया। एक बार फिर, स्थानीय तृणमूल विधायक इसे भाजपा की साजिश बताकर खारिज कर सकते हैं या फिर यह भी दावा कर सकते हैं कि साजिश के तहत इसके पीछे खुद हिंदू हैं। पश्चिम बंगाल की स्थिति इतनी खराब हो गई है कि जब बरुईपुर में शीतला मंदिर में तोड़फोड़ की गई, तो एक टीएमसी विधायक ने मंदिर के मालिक को सिर्फ इसलिए गिरफ्तार करने का सुझाव दिया क्योंकि वह भाजपा समर्थक था। फरक्का में जब एक मौलवी ने ट्रेन में एक हिंदू लड़की का अश्लील वीडियो रिकॉर्ड किया, तो स्थानीय तृणमूल विधायक ने अपने वोट बैंक के समर्थन से पीड़िता के खिलाफ ही शिकायत दर्ज करा दी।…”
मंदिर पर हमले के बारे अमित मालवीय ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बॅनर्जी से सवाल किया है की, “क्या ममता बनर्जी पिछले पांच दिनों में हिंदुओं के खिलाफ अत्याचारों में हुई खतरनाक वृद्धि पर अंततः ध्यान देंगी?” बता दें की यह पहली बार नहीं है की जब पश्चिम बंगाल में हिंदू मंदिरो या हिंदू त्योहारो के दरम्यान हमले हो रहें है।
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