भारत के ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान ने कराची से अपनी नौसेना को पीछे हटाया था। यह पहली बार उपग्रह तस्वीरों के जरिए साबित हुआ है। अब तक पाकिस्तान लगातार यह दावा करता रहा कि उसने भारत को मज़बूत जवाब दिया, लेकिन नई सैटेलाइट इमेजरी ने इस नैरेटिव को पूरी तरह पलट कर रख दिया है। इंडिया टुडे टीवी ने एक्सक्लूसिव तस्वीरों को वायरल करते हुए मई में हुए संघर्ष के चरम पर पाकिस्तान ने अपनी सबसे अहम् की युद्धपोतों को कराची से खिसका कर लगभग 100 किलोमीटर दूर ग्वादर भेज दिया था, जो ईरान सीमा के पास है। यह कदम पाकिस्तान की मजबूरी और भारत की रणनीतिक बढ़त का साफ सबूत माना जा रहा है।
8 मई को, जब भारत ने पाकिस्तान और पीओके में आतंकी ठिकानों पर प्रहार किया, तो अगले ही दिन की तस्वीरों ने बड़ा खुलासा किया। कराची नौसैनिक अड्डे से पाकिस्तान के अहम युद्धपोत नदारद थे। उनकी जगह इन्हें कराची के वाणिज्यिक कार्गो पोर्ट पर शरण लिए हुए देखा गया। तस्वीरों में तीन युद्धपोत एकसाथ और चौथा अलग स्थान पर दिखाई दिया। यह साफ दर्शाता है कि भारत की कार्रवाई ने पाक नौसेना को रक्षात्मक मुद्रा में जाने पर मजबूर कर दिया।
10 मई की तस्वीरों में ग्वादर पोर्ट पर कम से कम सात पाकिस्तानी युद्धपोत खड़े दिखाई दिए। इनमें चीन निर्मित ज़ुल्फ़िकार-क्लास फ़्रिगेट भी शामिल था, जो पाकिस्तान के लिए बेहद अहम है, क्योंकि बीजिंग ने अब तक सिर्फ चार ही ऐसे उन्नत जहाज इस्लामाबाद को दिए हैं। यही जहाज कुछ महीने पहले पाकिस्तान द्वारा मिसाइल दागते हुए दिखाया गया था।
लेकिन तस्वीरों में सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि ये जहाज अपने निर्धारित नौसैनिक अड्डों पर नहीं थे, बल्कि ईरानी सीमा से करीब 100 किलोमीटर दूर तैनात थे। इस असामान्य तैनाती ने पाकिस्तान की मंशा और उसकी सामरिक तैयारी पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
इन सैटेलाइट तस्वीरों के सामने आने से पाकिस्तान का कड़ी प्रतिक्रिया वाला दावा अब खोखला साबित होता दिख रहा है। ऑपरेशन सिंदूर न केवल भारत की सैन्य क्षमता का परिचायक बन गया है, बल्कि इसने पड़ोसी देश की कमजोरी और घबराहट को भी उजागर कर दिया है।
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