जीवन को सुंदर कैसे बनाएं? सकारात्मक जीवन की कुंजी क्या है? – गौर गोपाल दास

हालाँकि 2023 में कई कठिनाइयाँ हैं, लेकिन आपका साथ महत्वपूर्ण है। जिनकी संगति से आपके जीवन में सकारात्मकता बढ़ेगी। चाहते हैं कि मित्र आपकी समस्याओं को साझा करें।

जीवन को सुंदर कैसे बनाएं? सकारात्मक जीवन की कुंजी क्या है? – गौर गोपाल दास

How to make life beautiful? What is the key to a positive life in the new year? - Gaur Gopal Das

1 जनवरी से हमारी जिंदगी का हर पन्ना कोरा है। इसलिए विश्वविख्यात व्याख्याता गौर गोपाल दास ने विचार व्यक्त किया कि कल से हम जीवन की पुस्तक में अच्छा लिख सकते हैं। नववर्ष के अवसर पर विश्वविख्यात प्रेरक व्याख्याता गौर गोपाल दास उपस्थित थे, वे इस अवसर पर बोल रहे थे| हमारा जीवन एक किताब की तरह है। अब तक के साल किसी किताब के सबक की तरह बीत गए हैं।​ ​उन्होंने कहा कि जो बीत गया उस पर ध्यान देने का कोई फायदा नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि हर दिन अच्छी चीजें देखने से सकारात्मकता बढ़ेगी।

गौर गोपाल दास ने यह भी कहा कि यदि आप अपने मन को नियंत्रित करते हैं, तो आप साधारण चीजों में भी खुशी पाएंगे। हालाँकि 2023 में कई कठिनाइयाँ हैं, लेकिन आपका साथ महत्वपूर्ण है। जिनकी संगति से आपके जीवन में सकारात्मकता बढ़ेगी। चाहते हैं कि मित्र आपकी समस्याओं को साझा करें।

गौर गोपाल दास ने कहा कि आप उनसे खुलकर बात कर सकते हैं। सकारात्मकता अपने आप नहीं आती। इसके लिए आपको कड़ी मेहनत करनी होगी। गौर गोपाल दास ने कहा कि उसके लिए चुनाव करना होगा। हमें दिमाग को प्रशिक्षित करना होगा। उन्होंने यह भी कहा कि हर दिन दो से तीन अच्छी चीजें देखें।

कई बार हमें अपने दिमाग में कुछ बातें रखनी पड़ती हैं। नहीं तो बोझ बन जाता है। हम अपने मन में कितनी ही समस्याओं को लेकर भटकते रहते हैं। कई बार हम खुलकर बोल भी नहीं पाते हैं। कई बार हमारे बारे में कुछ बातें कोई नहीं जानता। हालांकि गौर गोपाल दास ने कहा कि हमें अपने मन को हल्का करना चाहिए।

यदि हमें नकारात्मकता से सकारात्मकता चाहिए तो हमें तीन चार अच्छे मित्रों की आवश्यकता है। आप उनसे खुलकर बात कर सकते हैं। क्योंकि लोग हमारे रिश्तों में परिपूर्ण नहीं हैं। इसलिए गौर गोपाल दास ने कहा कि दोस्तों की जरूरत होती है। उन्होंने यह भी कहा कि हमें लगातार अच्छी चीजों को देखना चाहिए, ताकि यह हम पर से दबाव कम करे।

हमें अपने जीवन में अच्छी चीजों पर ध्यान देने की जरूरत है। गौर गोपाल दास ने कहा कि माता-पिता, माता-पिता, दोस्तों या जहां आप काम करते हैं वहां के लोगों पर ध्यान देना जरूरी है।

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