नई दिल्ली। दिल्ली में गिरफ्तार पाकिस्तानी आतंकी मोहम्मद अशरफ ने पूछताछ में बड़ा खुलासा किया है।बताया जा रहा है कि आतंकी कश्मीर का 30बार आया गया है। इसके अलावा 2011 में दिल्ली हाईकोर्ट के बाहर जो बम ब्लास्ट में हुए थे उसकी उसने रेकी की थी। हालांकि इस घटना में शामिल था कि नहीं यह अभी पूछताछ में पता चलेगा। आतंकी दिल्ली स्थित लाल किला, इण्डिया गेट आदि जगहों की भी रेकी थी।
सूत्रों ने बताया कि अशरफ ने आईएसबीटी कश्मीरी गेट बस अड्डे की भी रेकी थी और कई जानकारियां पाकिस्तान के हैंडलर्स को भेजी थी। फिलहाल ये दिल्ली के क्या किसी ब्लास्ट में शामिल रहा है, इसको लेकर जांच एजेंसियां इससे पूछताछ कर रही हैं। सूत्रों की मानें तो अशरफ ने दिल्ली में करीब 10 जगहों की रेकी की थी और जानकारियां पाकिस्तान हैंडलर्स को भेजीं। सूत्रों के मुताबिक, मोहम्मद अशरफ ने पुलिस को बताया कि वो जम्मू -कश्मीर में जब था, तो वहां वो लगातार आर्मी के जवानों और उनकी गाड़ियों के मूवमेंट पर नजर रखता था। इस दौरान वो लगातार पकिस्तान में अपने परिवार के संपर्क में रहता था। हर 6 महीने में अपना मोबाइल नंबर बदल लेता था, जिससे वो एजेंसियों के जाल में न फंस पाए।
यहां तक कि वो अपने हैंडलर से संपर्क में आने के लिए ये मैसेज या वाट्सऐप पर भी बहुत ही कम जुड़ता था। सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तानी आतंकी ने पूछताछ में किया खुलासा। बिहार के एक गांव में सरपंच से बनवाई गई थी फर्जी आईडी। आतंकी जब पहली बार साल 2004 में पाकिस्तान से बांग्लादेश और कोलकाता होते हुए भारत में दाखिल हुआ था तो उसके बाद वह सीधे अजमेर शरीफ गया। यहां पर उसकी मुलाकात बिहार के कुछ लोगों से हुई। इसके बाद वह उनके साथ बिहार चला गया। बिहार में जाकर उसने एक गांव में शरण ली और वहां पर कुछ समय रहकर सरपंच का विश्वास जीता।
सरपंच से कागज में लिखवा कर गांव का निवासी होने की आइडेंटिटी बनवाई। पूरे मामले की जांच की जा रही है। मालूम हो कि मंगलवार को दिल्ली के लक्ष्मी नगर से मोहम्मद अशरफ को गिरफ्तार किया गया था। आतंकी भारतीय नागरिक की फर्जी आईडी पर यहां रहा था। पिछले दिनों ख़ुफ़िया एजेंसियों के इनपुट पर दिल्ली में अलर्ट जारी किया गया था। आतंकी भारत 15 सालों से रहा था।