पाकिस्तान में बीएलए का हमला: , 25 साल से जारी संघर्ष का क्या है मकसद?

100 से अधिक लोगों को बनाया है बंधक

पाकिस्तान में बीएलए का हमला: , 25 साल से जारी संघर्ष का क्या है मकसद?

Pakistan Mein BLA Ka Hamla: , 25 years of ongoing conflict Ka Kya Hai Maksad?

पाकिस्तान का अलगाववादी संगठन बलूच लिबरेशन आर्मी (बीएलए) एक बार फिर सुर्खियों में है। इस संगठन ने मंगलवार (11 मार्च) को दावा किया कि उसने एक यात्री ट्रेन पर हमला कर 100 से अधिक लोगों को बंधक बना लिया है, जिनमें कई सुरक्षा अधिकारी भी शामिल हैं। बीएलए ने जानकारी देकर बताया है कि इस हमले में 6 सुरक्षाकर्मी मारे गए।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार यह हमला जाफर एक्सप्रेस पर हुआ, जिसमें लगभग 400 यात्री सवार थे। यह ट्रेन बलूचिस्तान के क्वेटा से खैबर पख्तूनख्वा के पेशावर जा रही थी, तभी अलगाववादी लड़ाकों ने गोलीबारी शुरू कर दी। बीएलए की इस कार्रवाई ने पाकिस्तान सरकार की सुरक्षा एजेंसियों को हिलाकर रख दिया है।

बीएलए क्या है और क्या चाहता है?

बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA), जिसे बलूच लिबरेशन आर्मी भी कहा जाता है, बलूच राष्ट्रवादी अलगाववादी संगठन है। इस संगठन का मुख्य उद्देश्य बलूचिस्तान को पाकिस्तान से अलग कर एक स्वतंत्र राष्ट्र बनाना है। पाकिस्तानी सरकार बलूचिस्तान के प्राकृतिक संसाधनों का शोषण करती है और बलूचिस्तान के नागरिकों के साथ अत्याचार भी किए जाते है। साथ ही बलूचिस्तान के आम लोगों को और सामाजिक नेताओं को अगवा कर उन्हें मारा जाता है। जिस कारण बीएलए संगठन के हमले अक्सर पाकिस्तानी सेना, सरकारी प्रतिष्ठानों, नागरिकों और विदेशी नागरिकों को निशाना बनाते हैं।

बीएलए की ताकत और इतिहास:

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, बीएलए बलूचिस्तान में सबसे बड़ा सक्रिय सशस्त्र संगठन माना जाता है। विशेषज्ञों का अनुमान है कि इसके हजारों सदस्य हो सकते हैं। यह संगठन 1999 से सक्रिय है और पिछले कुछ वर्षों में इसके हमलों में तेजी आई है।

‘द बलूचिस्तान पोस्ट’ के अनुसार, 2024 में बलूचिस्तान में हिंसा में तेजी आई। पाकिस्तान सरकार के खिलाफ बीएलए, बलूचिस्तान लिबरेशन फ्रंट (बीएलएफ) और बलूच राजी आजोई संगर (बीआरएएस) जैसे संगठनों ने अपने हमले तेज कर दिए हैं। 2024 में इन संगठनों ने 938 हमले किए। 1,002 से अधिक लोग मारे गए, जबकि 689 लोग घायल हुए। 546 से अधिक संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया गया।अकेले बीएलए ने 302 हमले किए, जिनमें 580 से ज्यादा मौतें हुईं और 370 से अधिक लोग घायल हुए। बीएलए के 52 लड़ाके भी मारे गए, जिनमें से अधिकांश मजीद ब्रिगेड के थे।

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मजीद ब्रिगेड, बीएलए की आत्मघाती हमलावरों की विशेष इकाई है। इस ब्रिगेड ने 2024 में 6 बड़े ऑपरेशन किए, जिनमें पाकिस्तानी सेना को भारी नुकसान हुआ।बीएलए को पाकिस्तान, ईरान, चीन, यूनाइटेड किंगडम, अमेरिका, संयुक्त राष्ट्र और यूरोपीय संघ ने आतंकी संगठन घोषित कर रखा है।

बीएलए का यह हमला पाकिस्तान सरकार के लिए एक बड़ी चुनौती बन गया है। बलूचिस्तान में हिंसा और अलगाववादी गतिविधियों की बढ़ती घटनाएं इस क्षेत्र की अस्थिरता को और गहरा कर सकती हैं। पाकिस्तानी सरकार के लिए अब यह महत्वपूर्ण हो गया है कि वह बलूचिस्तान में जारी तनाव को नियंत्रित करने के लिए प्रभावी रणनीति अपनाए।

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