पाकिस्तान में हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं। ऐसे कहा जा रहा है कि देश में जल्द ही आपातकाल लागू किया जा सकता है। शुक्रवार को पाकिस्तान के पीएम शाहबाज शरीफ ने कैबिनेट की बैठक की जिसमें देश में बिगड़ते हुए हालात को देखते हुए आपातकाल लागू करने की सलाह दी गई है। पीएम शरीफ ने कैबिनेट को सम्बोधित करते हुए कहा कि पाकिस्तान तहरीक ए इन्साफ के मुखिया और उनकी पार्टी दोनों झूठे हैं। उन्होंने इस दौरान कहा कि सरकार गिराने का जो आरोप लगाया गया वो पूरी तरह बेबुनियाद हैं।
उन्होंने कहा कि पीटीआई की सरकार ने लगातार देश को गर्त में धकेला है। देश पहले से ही कई चुनौतियों से जूझ रहा था। बावजूद इसके देश के साथ ऐसा किया जा रहा है। उन्होंने कहा पाकिस्तान की करेंसी बहुत ही बुरे दौर में है हमें विरासत में कई सारी चुनौतियां मिली हैं। जिसकी वजह से अभी हालात बिगड़े हुए हैं। शरीफ ने इमरान खान पर आरोप लगाते हुए कहा कि पिछली सरकार ने आईएमएफ के साथ हुए समझौते का उललंघन किया था।
जिसे हमारी सरकार ठीक कर रही है। इस दौरान शरीफ ने अदालतों की चुप्पी पर सवाल उठाते हुए कहा कि इमरान की सरकार ने जब हमारी पार्टी के नेताओं से बदला लिया तो अदालत उस समय चुप क्यों थीं। उन्होंने सवाल किया कि क्या उन्होंने (अदालत) कभी इस ओर ध्यान दिया। उस समय हमें जेल में भेजा जा रहा था। गौरतलब है कि इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद पाकिस्तान में हुए विरोध प्रदर्शन को लेकर शरीफ ने नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा कि 1973 के बाद ऐसा पहली बार हो रहा है। उन्होंने कहा कि बेनजीर भुट्टो की मौत के बाद प्रदर्शन हुए थे लेकिन किसी ने सेना के ठिकानों को निशाना नहीं बनाया था। लेकिन इस बार सेना के ठिकानो में आग लगा दी गई और तोड़फोड़ की गई।
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