पुलिस हिरासत में भेजा गया पाकिस्तानी आतंकी, पूछताछ में उगलेगा कई ‘राज’ 

पुलिस हिरासत में भेजा गया पाकिस्तानी आतंकी, पूछताछ में उगलेगा कई ‘राज’ 

नई दिल्ली। दिल्ली के  लक्ष्मी नगर में  गिरफ्तार किये गए पाकिस्तानी आतंकवादी मोहम्मद अशरफ को 14 दिन की पुलिस डिमांड में भेज दिया गया है। बता दें कि आतंकी की गिरफ्तारी के बाद उसे दिल्ली की पटियाला कोर्ट में पेश किया गया जहां से उसे पुलिस हिरासत में भेज दिया गया। आतंकी यहाँ पर भारतीय नागरिक के फर्जी आईडी पर रह रहा था। उसके पास से भारी मात्रा में विस्फोट भी बरामद किया गया।

जानकारी के अनुसार, दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने पूर्वी दिल्ली के लक्ष्मी नगर इलाके से एक पाकिस्तानी नागरिक को गिरफ्तार किया और उसके पास से हथियार तथा गोला बारूद बरामद किए गए हैं। पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के रहने वाले मोहम्मद अशरफ उर्फ अली ने फर्जी दस्तावेजों के जरिये कई भारतीय पहचान पत्र हासिल कर लिए थे। वह करीब 15 साल से भारतीय नागरिक के तौर पर रह रहा था। पुलिस ने उसके पास से एके-47 राइफल, अन्य हथियार और गोला बारूद बरामद किया गया है।
पुलिस के अनुसार, अशरफ को गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम, विस्फोटक अधिनियम और शस्त्र अधिनियम के प्रावधानों के तहत गिरफ्तार किया गया है।  दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के डीसीपी प्रमोद कुशवाहा ने मंगलवार को बताया कि गिरफ्तार आतंकवादी का नाम मोहम्मद अशरफ उर्फ अली है। वह मूल रूप से पाकिस्तान के पंजाब प्रांत का रहने वाला है।
उसने फजीर् दस्तावेजों के आधार पर’अली अहमद नूर’के नाम से यहां का पहचान पत्र हासिल किया था और दिल्ली के शास्त्री नगर कॉलोनी में रह रहा था। स्पेशल सेल ने खुफिया सूचना के आधार पर उसे यमुनापार के लक्ष्मी नगर क्षेत्र से गिरफ्तार किया है। डीसीपी ने बताया कि अब तक की पूछताछ और छानबीन में पता चला है कि इस आतंकी को पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई द्वारा ट्रेंड किया गया है। इसे बांग्लादेश के रास्ते सिलीगुड़ी सीमा से भारत भेजा गया था।
फिलहाल स्पेशल सेल की टीम आतंकी से पूछताछ कर रही है। पुलिस का मानना है कि त्योहारों के सीजन में वह किसी बड़े हमले की साजिश रच रहा था। पुलिस टीम यह जानने की कोशिश कर रही है कि भारत में कौन-कौन लोग उसकी मदद कर रहे थे। किस तरीके से नेपाल के रास्ते वह भारत पहुंचा और इस पूरे साजिश में कौन उसके मददगार हैं। बता दें कि 10 अक्टूबर को दिल्ली में आतंकी हमले की जानकारी ख़ुफ़िया एजेंसियों को मिली थी।

Exit mobile version