भारतीय पहलवान विनेश फोगाट को 50 किलोग्राम वर्ग में कुश्ती से अयोग्य घोषित किए जाने के बाद पूरे भारत में आक्रोश फैल गया। कई लोगों ने ओलंपिक नियमों पर नाराजगी जताई| विनेश फोगाट पिछले साल भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व अध्यक्ष और पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ विरोध प्रदर्शन को लेकर सुर्खियों में आई थीं|बृजभूषण शरण सिंह के बेटे और कैसरगंज से सांसद करण भूषण सिंह ने आज विनेश फोगाट को अयोग्य ठहराए जाने के बाद अपनी पहली प्रतिक्रिया दी है|
जब वह लोकसभा से बाहर निकल रहे थे तो समाचार एजेंसी एएनआई ने उनसे बात की। इस बार उन्होंने कहा कि ये देश का नुकसान है|भारतीय कुश्ती महासंघ इस पर विचार करेगा कि वह इस बारे में क्या कर सकता है।
मंगलवार (6 अगस्त) को विनेश फोगाट कुश्ती के फाइनल में पहुंचने वाली पहली महिला पहलवान बन गईं। इसलिए सभी को भरोसा था कि वह स्वर्ण या रजत पदक जरूर जीतेगी। लेकिन आज सुबह उसका वजन 50 किलोग्राम से 100 ग्राम अधिक पाए जाने पर उसे अयोग्य घोषित कर दिया गया। नतीजा यह होगा कि वह ओलंपिक का फाइनल नहीं खेल पाएंगी और न ही उन्हें सिल्वर मेडल मिलेगा|
इस खबर के सामने आने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी चिंता जताई| ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में उन्होंने कहा, ”विनेश, आप चैंपियनों की चैंपियन हैं। आप हर भारतीय की प्रेरणा और गौरव हैं। आज जो घटना घटी वह दुखद है| आपने हर चुनौती का डटकर मुकाबला किया है| मुझे यकीन है कि आप इससे और भी मजबूती से बाहर निकलेंगे। हम सब आपके साथ हैं।”
इस बीच, भारतीय ओलंपिक संघ ने कहा, ‘हमें भारत को यह बताते हुए बहुत दुख हो रहा है कि विनेश फोगाट को 50 किलोग्राम वर्ग में अयोग्य घोषित कर दिया गया है। हमने पूरी रात बहुत प्रयास किया, लेकिन फिर भी आज सुबह कुछ ग्राम वजन बढ़ गया।”
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