झारखंड के पूर्वी सिंहभूम जिला में स्थित चाकुलिया प्रखंड पूरे राज्य में पहाड़ पूजा के लिए प्रसिद्ध है। यहां प्रत्येक वर्ष पहाड़ की पूजा धूमधाम से की जाती है, लेकिन कोरोना के कारण पिछले 2 सालों से सीमित संख्या में भक्त ही इसमें शामिल होते थे। इस बार पूजा में दोबारा भारी संख्या में लोगों की भीड़ इकट्ठा होने की उम्मीद जताई जा रही है। यहां के ग्रामीण अच्छी बारिश और राज्य की खुशहाली के लिए हर्षोल्लास व धूमधाम से पहाड़ पूजा करते हैं।
बतादें कि प्रदेश में 6 जगहों पर पहाड़ पूजा की जाती है। 26 जून को जमीरा में पहाड़ पूजा के साथ इसकी शुरुआत को चुकी है। इसके साथ ही पहाड़ पूजा का सिलसिला शुरु हो गया है।
कान्हाईश्वर पहाड़ पूजा आषाढ़ महीने के तीसरे शनिवार यानी 2 जुलाई को होगी। कान्हाईश्वर पहाड़ प्रखंड के जयनगर गांव में स्थित है। यह पहाड़ झारखंड, पश्चिम बंगाल और उड़ीसा के श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र है। पहाड़ पूजा कमेटी के अध्यक्ष सोमाय मांडी के अनुसार बताया कि कोरोना के कारण पिछले दो साल से नियमित रुप से पूजा की जा रही थी। लेकिन इस बार भव्य तौर पर पूजा होगी।
इसी तरह अलग- अलग पहाड़ों में होने वाली पूजा की जाएगी, जैसे खोड़ी पहाड़ी पूजा 9 जुलाई, घोटीडूबा पहाड़ पूजा 12 जुलाई को होगी। इस दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित होंगे। पर इन सबमें सबसे बड़ी पूजा 2 जुलाई को कान्हाईश्वर पहाड़ पर होने वाली पूजा होती है। क्योंकि इसमें तीन राज्यों के हजारो श्रद्धालू पूजा में शामिल होते है।
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