प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी के निमंत्रण पर जी7 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए कनाडा के कैलगरी शहर पहुंचे। पीएम मोदी की यह यात्रा न केवल वैश्विक मंच पर भारत की भागीदारी को मजबूत करने वाली है, बल्कि भारत-कनाडा संबंधों में नई जान फूंकने वाली भी मानी जा रही है।
कनाडा पहुंचने पर पीएम मोदी का स्वागत कार्यवाहक भारतीय उच्चायुक्त चिन्मय नाइक, कनाडाई अधिकारी और स्थानीय स्वदेशी समुदाय ‘फर्स्ट नेशन्स’ के नेताओं ने किया। इसके बाद प्रधानमंत्री कनानास्किस रवाना हुए, जहां शिखर सम्मेलन के सत्र आयोजित हो रहे हैं आज वो सत्र में हिस्सा लेंगे।
पीएम मोदी साइप्रस दौरे के बाद कनाडा पहुंचे हैं। साइप्रस में उन्होंने राष्ट्रपति निकोस क्रिस्टोडोलाइड्स के साथ द्विपक्षीय रिश्तों को लेकर गहन बातचीत की थी। रवाना होने से पहले पीएम मोदी ने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘जी7 शिखर सम्मेलन वैश्विक मुद्दों पर विचार साझा करने और ग्लोबल साउथ की प्राथमिकताओं पर चर्चा का बेहतरीन मंच है।’
शिखर सम्मेलन के दौरान पीएम मोदी की मुलाकात फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर, इटली की जियोर्जिया मेलोनी, जापान के शिगेरू इशिबा, जर्मनी के चांसलर फ्रेडरिक मर्ज, और यूरोपीय आयोग व परिषद के अध्यक्षों से होगी। कनाडाई प्रधानमंत्री मार्क कार्नी मेजबान की भूमिका में रहेंगे।
इस सम्मेलन में यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की, ब्राजील के राष्ट्रपति लूला दा सिल्वा, दक्षिण कोरिया के ली जे-म्यांग, ऑस्ट्रेलिया के एंथनी अल्बानीज, और दक्षिण अफ्रीका के सिरिल रामफोसा भी आमंत्रित हैं। प्रधानमंत्री मोदी की यह यात्रा भारत-कनाडा संबंधों के लिए निर्णायक समय में हुई है। पिछले वर्षों में दोनों देशों के बीच तनावपूर्ण संबंधों के बावजूद, मार्क कार्नी का आमंत्रण द्विपक्षीय रिश्तों को सुधारने का संकेत माना जा रहा है।
Landed in Calgary, Canada, to take part in the G7 Summit. Will be meeting various leaders at the Summit and sharing my thoughts on important global issues. Will also be emphasising the priorities of the Global South. pic.twitter.com/GJegQPilXe
— Narendra Modi (@narendramodi) June 17, 2025
कनाडा में बसे भारतीय समुदाय में पीएम मोदी की यात्रा को लेकर खासा उत्साह है। कनाडाई हिंदू चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष कुशाग्र शर्मा ने कहा, ‘प्रधानमंत्री मोदी का आना इस बात का संकेत है कि दोनों देश फिर से साथ काम करना चाहते हैं।’ वहीं, प्रवासी भारतीय मान पारेख ने कहा, ‘यह दोनों देशों के रिश्ते सुधारने का बेहतरीन मौका है।’
कनाडा में 1.8 मिलियन भारतीय-कनाडाई नागरिक और लगभग 10 लाख भारतीय नागरिक रहते हैं, जो वहां का सबसे बड़ा प्रवासी समुदाय बनाते हैं। पीएम मोदी की यात्रा ने इस समुदाय में गर्व और उत्साह का माहौल पैदा किया है।
पहलगाम आतंकी हमले और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद यह जी7 सम्मेलन भारत के लिए वैश्विक मंच पर अपनी स्थिति मजबूत करने का एक बड़ा अवसर है। प्रधानमंत्री मोदी की यह भागीदारी भारत की आवाज़ को दुनिया के प्रभावशाली नेताओं के बीच मजबूती से रखने का कार्य करेगी, साथ ही भारत-कनाडा संबंधों में नई ऊर्जा का संचार भी करेगी।
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