वाराणसी। पीएम मोदी आज यानी सोमवार को उत्तर प्रदेश को नौ मेडिकल कॉलेजों की सौगात दी। पीएम ने परियोजनाओं के लोकार्पण और आत्मनिर्भर भारत योजना की शुरुआत की। इस उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि पीएम मोदी ने कहा कि आज का दिन पूर्वांचल के साथ यूपी के लिए आरोग्य की डबल डोज और उपहार लेकर आया है। इसके बाद पूर्वांचल से ही देश के लिए मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर की बड़ी योजना शुरू होने जा रही है जिसे काशी में लांच करूंगा। केंद्र और यूपी की सरकार अनेक कर्मयोगियों की तपस्या का फल है। पीएम मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत भोजपुरी में की।
उत्तर प्रदेश: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सिद्धार्थनगर में आयोजित एक कार्यक्रम से सिद्धार्थनगर, एटा, हरदोई, प्रतापगढ़, फतेहपुर, देवरिया, गाजीपुर, मिर्जापुर और जौनपुर ज़िलों में स्थित मेडिकल कॉलेजों का उद्घाटन किया। इन 9 मेडिकल कॉलेजों की लागत 2,329 करोड़ रुपये है। pic.twitter.com/eeldYy8RHq
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 25, 2021
उन्होंने कहा कि हर साल सैकड़ों युवाओं के लिए मेडिकल का नया रास्ता खुल गया है। जो इलाके पिछली सरकारों में बीमार छोड़ दिये गए थे वो अब मेडिकल हब बनेगा और सेहत का नया उजाला देंगे। योगीजी को जब जनता ने मौका दिया तो उन्होंने यहां के बच्चों को मरने से बचा लिया। आज़ादी के पहले और बाद में मूलभूत सुविधाओं और चिकित्सा को कभी प्रभावी नहीं बनाया है, हर समस्या के लिए उनको बड़े शहर जाना पड़ता था। उन्होंने कहा कि सिद्धार्थनगर के नए मेडिकल कॉलेज का नाम माधव बाबू के नाम पर रखना उनके सेवाभाव के प्रति सच्ची कार्यांजलि है। माधव बाबू का नाम यहां से पढ़कर निकलने वाले युवा डॉक्टरों को जनसेवा की निरंतर प्रेरणा भी देगा। सालों-साल तक या तो बिल्डिंग ही नहीं बनती थी।
बिल्डिंग होती थी तो मशीनें नहीं होती थीं, दोनों हो गईं तो डॉक्टर और दूसरा स्टाफ नहीं होता था। ऊपर से गरीबों के हजारों करोड़ रुपये लूटने वाली भ्रष्टाचार की साइकिल चौबीसों घंटे अलग से चलती रहती थी। सात साल पहले जो दिल्ली में सरकार थी और चार साल पहले जो यहां यूपी में सरकार थी, वो पूर्वांचल में क्या करते थे? जो पहले सरकार में थे, वो वोट के लिए कहीं डिस्पेंसरी की, कहीं छोटे-मोटे अस्पताल की घोषणा करके बैठ जाते थे।