प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नए संसद भवन का उद्धाटन 28 मई को करेंगे। सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट के तहत बनी ये बिल्डिंग प्रधानमंत्री का ड्रीम प्रोजेक्ट है। इसका निर्माण जनवरी 2021 में शुरू हुआ था और इसे 28 महीने में बना लिया गया। इत्तेफाक से इसी दिन विनायक दामोदर सावरकर की 140वीं जयंती भी है।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने गुरुवार को प्रधानमंत्री से मुलाकात की और उन्हें नए संसद भवन के उद्घाटन के लिए आमंत्रित किया। नया संसद भवन बन कर तैयार हो चुका है और यह आत्म निर्भर भारत की भावना का प्रतिनिधित्व करता है। बीते मार्च में पीएम मोदी ने नई इमारत का दौरा किया था और निर्माण मज़दूरों से भी मुलाक़ात की थी।
नए संसद भवन को अत्याधुनिक कहा जा रहा है जिसमें कार्यालयों और कांफ्रेंस रूम के लिए पर्याप्त जगह बनाई गई है। इसमें लाइब्रेरी, कमेटी रूम, भोजन कक्ष बने हैं और पार्किंग की पर्याप्त व्यवस्था की गई है। इसके अलावा इस इमारत में एक विशाल कॉन्स्टीट्यूशन हॉल और सांसदों के लिए लाउंज भी बनाए गए हैं। इस इमारत में तीन गैलरियों को भी जगह दी गई है। एक गैलरी में टेक्सटाइल से संबंधित है। एक अन्य गैलरी में केंद्र शासित राज्यों समेत सभी राज्यों के प्रातिनिधिक ऐतिहासिक इमारतों को दर्शाया गया है। नई संसद में लोकसभा और राज्य सभा के मार्शल के लिए नया ड्रेस कोड लागू किया गया है।
पुराना संसद भवन 47 हजार 500 वर्गमीटर में है, जबकि नई बिल्डिंग 64 हजार 500 वर्ग मीटर में बनाई गई है। यानी पुराने से नया भवन 17 हजार वर्ग मीटर बड़ा है। नया संसद भवन 4 मंजिला है। इसमें 3 दरवाजे हैं, इन्हें ज्ञान द्वार, शक्ति द्वार और कर्म द्वार नाम दिया गया है। सांसदों और VIPs के लिए अलग एंट्री है। इस पर भूकंप का असर नहीं होगा। इसका डिजाइन HCP डिजाइन, प्लानिंग एंड मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड ने तैयार किया है। इसके आर्किटेक्ट बिमल पटेल हैं। जिनका दावा है कि यह बिल्डिंग अगले 150 साल तक सुरक्षित खड़ी रहेगी।
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