पीएम मोदी ने रविवार को इंडिया इंटरनेशनल कन्वेंशन एंड एक्सपो सेंटर (IICC) यानी की “यशोभूमि” का उद्घाटन किया। इस दौरान पीएम मोदी ने विश्वकर्मा योजना को भी लांच किया। इस मौके पर 18 कामगारों को प्रमाण पत्र भी दिया गया है। पीएम मोदी ने सेंटर में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि विश्वकर्मा साथी रीढ़ है। उन्होंने कहा कि योजना में ट्रेनिंग पर जोर दिया गया और उन्हें हरदिन पांच सौ रुपये भी दिए जाएंगे। पीएम मोदी ने कहा कि “जब बैंक गारंटी नहीं देता है तो मोदी गारंटी देता है।
उन्होंने कहा कि “घरेलू सामानों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से “वोकल फॉर लोकल” अभियान एक साझा जिम्मेदारी है और इसे सफल बनाने के लिए सभी को कोशिश करना होगा। उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत सरकार बिना गारंटी के कम ब्याज दर पर तीन लाख रुपये लोन देगी। उन्होंने पहले यह ऋण एक लाख रुपये दिया जाएगा, उसके बाद उसे चुकाने के बाद अतिरिक्त दो लाख रुपये देगी। उन्होंने कहा कि यह योजना विश्वकर्मा साथियों को नए युग में ले जाने का प्रयास है।
उन्होंने कहा कि विश्वकर्मा साथियों का सामर्थ्य बढ़ाने का प्रयास है। विश्वकर्मा भाई बहनों को ट्रेनिंग टूल्स की आवश्यकता है। ये हमारी सरकार ही जो आजादी के बाद पहली बार जनजातियों और घुमन्तु लोगों के लिए काम कर रही है। यह हमारी ही सरकार है जो आजादी के बाद पहली बार दिव्यांगजनों को हर स्तर,हर स्थान पर सुविधा उपलब्ध कराने की कोशिश की है। उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत 18 प्रकार के अलग अलग काम करने वाले कारीगरों को शामिल किया गया है। इसके लिए सरकार 13000 करोड़ रुपये खर्च करेगी।
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